गूगल की चेतावनी! अगर आपको ये मैसेज मिलें तो तुरंत डिलीट कर दें, वरना हैकर्स मिनटों में कर देंगे आपका बैंक खाली

रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका और यूरोप में हर दिन लाखों स्पैम मैसेज भेजे जा रहे हैं जो लोगों को ठगने के मकसद से तैयार किए गए हैं. इन संदेशों में ऐसा कंटेंट होता है जिससे यूजर को तुरंत किसी लिंक पर क्लिक करने या निजी जानकारी साझा करने के लिए उकसाया जाता है.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका और यूरोप में हर दिन लाखों स्पैम मैसेज भेजे जा रहे हैं जो लोगों को ठगने के मकसद से तैयार किए गए हैं. इन संदेशों में ऐसा कंटेंट होता है जिससे यूजर को तुरंत किसी लिंक पर क्लिक करने या निजी जानकारी साझा करने के लिए उकसाया जाता है.

गूगल के मुताबिक, एंड्रॉयड फोन की सुरक्षा प्रणाली हर महीने अरबों स्पैम कॉल्स और मैसेज को ब्लॉक करती है, जबकि जीमेल लगभग 99.9% स्पैम ईमेल रोक देता है. हालांकि, कुछ स्पैम मैसेज इस फिल्टर से बच निकलते हैं. दूसरी ओर, ऐपल ने भी अपने iOS सिस्टम में कॉल स्क्रीनिंग और मैसेज फिल्टर जैसी नई सुविधाएं जोड़ी हैं, जो संदिग्ध लिंक या मैसेज को ब्लॉक करती हैं. इसके बावजूद, साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और हैकर्स हर बार नया तरीका खोज लेते हैं.

गूगल के मुताबिक, एंड्रॉयड फोन की सुरक्षा प्रणाली हर महीने अरबों स्पैम कॉल्स और मैसेज को ब्लॉक करती है, जबकि जीमेल लगभग 99.9% स्पैम ईमेल रोक देता है. हालांकि, कुछ स्पैम मैसेज इस फिल्टर से बच निकलते हैं. दूसरी ओर, ऐपल ने भी अपने iOS सिस्टम में कॉल स्क्रीनिंग और मैसेज फिल्टर जैसी नई सुविधाएं जोड़ी हैं, जो संदिग्ध लिंक या मैसेज को ब्लॉक करती हैं. इसके बावजूद, साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और हैकर्स हर बार नया तरीका खोज लेते हैं.

फोर्ब्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, ये फर्जी मैसेज अक्सर “आपका टोल भुगतान असफल रहा”, “आपका पार्सल डिलीवर नहीं हो सका” या “रिफंड पाने के लिए लिंक पर क्लिक करें” जैसे बहानों से भेजे जाते हैं. जैसे ही यूजर इन लिंक पर क्लिक करता है, उसका व्यक्तिगत डेटा और बैंक डिटेल्स हैकर्स के पास पहुंच जाती हैं. यह भी पता चला है कि ऐसे अधिकतर संदेश विदेशी नेटवर्क या अपराधी गिरोहों द्वारा भेजे जाते हैं जो अपने नंबर बार-बार बदल लेते हैं ताकि सिस्टम उन्हें ब्लॉक न कर सके.

फोर्ब्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, ये फर्जी मैसेज अक्सर “आपका टोल भुगतान असफल रहा”, “आपका पार्सल डिलीवर नहीं हो सका” या “रिफंड पाने के लिए लिंक पर क्लिक करें” जैसे बहानों से भेजे जाते हैं. जैसे ही यूजर इन लिंक पर क्लिक करता है, उसका व्यक्तिगत डेटा और बैंक डिटेल्स हैकर्स के पास पहुंच जाती हैं. यह भी पता चला है कि ऐसे अधिकतर संदेश विदेशी नेटवर्क या अपराधी गिरोहों द्वारा भेजे जाते हैं जो अपने नंबर बार-बार बदल लेते हैं ताकि सिस्टम उन्हें ब्लॉक न कर सके.

गूगल ने यह भी कहा है कि भले ही एंड्रॉयड की सुरक्षा अब पहले से मजबूत है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि यूजर्स पूरी तरह सुरक्षित हैं. FBI ने सलाह दी है कि किसी भी संदिग्ध या अनजान नंबर से आए मैसेज को तुरंत डिलीट कर देना चाहिए. इन मैसेज को स्मिशिंग कहा जाता है जो फिशिंग का मोबाइल संस्करण है. अगर गलती से आप किसी ऐसे लिंक पर क्लिक कर देते हैं तो तुरंत अपने बैंक खाते की जांच करें, पासवर्ड बदलें और आवश्यकता हो तो साइबर क्राइम में शिकायत दर्ज कराएं.

गूगल ने यह भी कहा है कि भले ही एंड्रॉयड की सुरक्षा अब पहले से मजबूत है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि यूजर्स पूरी तरह सुरक्षित हैं. FBI ने सलाह दी है कि किसी भी संदिग्ध या अनजान नंबर से आए मैसेज को तुरंत डिलीट कर देना चाहिए. इन मैसेज को स्मिशिंग कहा जाता है जो फिशिंग का मोबाइल संस्करण है. अगर गलती से आप किसी ऐसे लिंक पर क्लिक कर देते हैं तो तुरंत अपने बैंक खाते की जांच करें, पासवर्ड बदलें और आवश्यकता हो तो साइबर क्राइम में शिकायत दर्ज कराएं.

याद रखें कोई भी वैध संस्था या बैंक कभी भी मैसेज के जरिए OTP, पासवर्ड या अकाउंट डिटेल नहीं मांगता. ऐसे में अगर आपको कोई संदिग्ध मैसेज दिखे तो सतर्क रहें और तुरंत उसे डिलीट कर दें. थोड़ी सी लापरवाही आपको भारी नुकसान में डाल सकती है जबकि सावधानी से आप साइबर ठगी से खुद को पूरी तरह बचा सकते हैं.

याद रखें कोई भी वैध संस्था या बैंक कभी भी मैसेज के जरिए OTP, पासवर्ड या अकाउंट डिटेल नहीं मांगता. ऐसे में अगर आपको कोई संदिग्ध मैसेज दिखे तो सतर्क रहें और तुरंत उसे डिलीट कर दें. थोड़ी सी लापरवाही आपको भारी नुकसान में डाल सकती है जबकि सावधानी से आप साइबर ठगी से खुद को पूरी तरह बचा सकते हैं.

Published at : 03 Nov 2025 03:28 PM (IST)

Read More at www.abplive.com