
हिंदू धर्म में कई ऐसे कामों का जिक्र किया गया है, जिसे करना वर्जित माना जाता है. इन्हीं में से एक काम शराब का सेवन करना भी है. भारतीय धर्मशास्त्र के अलावा स्वास्थ्य चिकित्सक भी मदिरा पान ना करने की सलाह देते हैं. वही अंकशास्त्र में कुछ ऐसे मूलांक हैं, जिन्हें भूलकर भी शराब नहीं पीना चाहिए. आइए जानते हैं इसके पीछे का कारण.4

हर व्यक्ति को एक जैसा कर्म-भोग नहीं मिलता है. कुछ लोगों के लिए शराब आनंद नहीं, बल्कि जहर का काम करता है, जो शनि, राहु, केतु, चंद्रमा और मंगल जैसे क्रूर ग्रह को जगाने का काम करता है. ऐसे में किन जन्म तिथि के लोगों को शराब से बिल्कुल दूर रहना चाहिए? आइए जानते हैं.

जिन लोगों का जन्म 2, 4, 7, 8, 9, 11, 13, 16, 17, 18, 20, 22, 25, 26, 27, 29, 31 तारीख को हुआ है, ऐसे लोगों को भूलकर भी शराब का सेवन नहीं करना चाहिए. आइए जानते हैं इसके पीछे का कारण.

जिन लोगों का जन्म (4, 8, 13, 17, 22, 26, 31) उन्हें शनि के प्रोकप के कारण अवसाद, तनाव और अकेलेपन का सामना करना पड़ सकता है. वहीं (7, 16, 25) केतु के प्रभाव के कारण वैराग्य और आध्यात्मिक पतन का सामना करना पड़ सकता है.

(2,11,20,29) तारीख वाले को चंद्रमा के प्रभाव से शराब भावनाओं को धुंधला कर देती है, मूड स्विंग और अवसाद का कारण बनती है. केतु वैराग्य को पलायनवाद में बदल देता है, जिससे चिंता, स्पष्टता की कमी और आध्यात्मिक पतन होता है. मंगल (9,18,27) क्रोध, नशा, हिंसा, झगड़े और दुर्घटनाओं का कारण बनता है. जबकि राहु जीवन में भ्रम की स्थिति को उत्पन्न करता है..

ये सभी ग्रह भोग विलास को माफ नहीं करते हैं. जो चीज आप मस्ती से शुरू करते हैं, जल्दी ही वो कर्म बन जाता है. यदि आपकी जन्मतिथि इन अंकों में आती है, तो शराब से दूर रहें और अपनी ऊर्जा को उपचार, मंत्र और दिव्य संबंध की ओर मोड़ें. ब्रह्मांड आपको स्पष्टता, धन और आंतरिक शक्ति से पुरस्कृत करेगा.
Published at : 30 Oct 2025 12:06 PM (IST)
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