Dev Diwali 2025: 5 नवंबर को देव दिवाली, देवताओं को प्रसन्न करने के लिए इन जगहों पर जलाएं दीप!

हिंदू धर्म में देव दिवाली का विशेष महत्व होता है. देव दिवाली हर साल दीपावली के बाद कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. इस साल 5 नवंबर 2025 बुधवार को है. मान्यता है कि देव दीपावली के दिन देवता स्वर्ग से उतरकर धरती पर आते हैं और दिवाली का उत्सव मनाते हैं.

हिंदू धर्म में देव दिवाली का विशेष महत्व होता है. देव दिवाली हर साल दीपावली के बाद कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. इस साल 5 नवंबर 2025 बुधवार को है. मान्यता है कि देव दीपावली के दिन देवता स्वर्ग से उतरकर धरती पर आते हैं और दिवाली का उत्सव मनाते हैं.

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, देव दिवाली यानी 'देवताओं की दिवाली' यह स्वर्ग में नहीं बल्कि धरती पर एक खास जगह पर होती है. इस दिन दीप दान करने का भी एक खास महत्व होता है. कहते हैं कि इस दिन दीयों को विधि अनुसार तय जगहों पर जलाया जाए तो घर में पैसों की तंगी कभी नहीं आती और भगवान प्रसन्न होते हैं.

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, देव दिवाली यानी ‘देवताओं की दिवाली’ यह स्वर्ग में नहीं बल्कि धरती पर एक खास जगह पर होती है. इस दिन दीप दान करने का भी एक खास महत्व होता है. कहते हैं कि इस दिन दीयों को विधि अनुसार तय जगहों पर जलाया जाए तो घर में पैसों की तंगी कभी नहीं आती और भगवान प्रसन्न होते हैं.

देव दीपावली के मौके पर अगर आप घर में दीये लगा रहे हैं तो सबसे पहला दीपक घर के मंदिर में जलाना चाहिए. यहां आप घी का दीपक जलाकर रखें साथ ही एक फूल भी रखें.

देव दीपावली के मौके पर अगर आप घर में दीये लगा रहे हैं तो सबसे पहला दीपक घर के मंदिर में जलाना चाहिए. यहां आप घी का दीपक जलाकर रखें साथ ही एक फूल भी रखें.

भगवान शिव और भगवान विष्णु के मंदिर के चौखट पर एक दीपक और एक फूल रखें. इस दिन घर के पास पवित्र नदी के किनारे भी दीपक जलाना बहुत शुभ माना जाता है. मान्यता है इस दिन पवित्र नदियों के किनारे दीपदान करने से भगवान का विशेष आशीर्वाद मिलता है, पाप नष्ट होते हैं.

भगवान शिव और भगवान विष्णु के मंदिर के चौखट पर एक दीपक और एक फूल रखें. इस दिन घर के पास पवित्र नदी के किनारे भी दीपक जलाना बहुत शुभ माना जाता है. मान्यता है इस दिन पवित्र नदियों के किनारे दीपदान करने से भगवान का विशेष आशीर्वाद मिलता है, पाप नष्ट होते हैं.

कहा जाता है कि अगर संभव हो तो अपने गुरु या किसी विद्वान ब्राह्मण के घर पर दीपदान करें. वहीं, शाम के समय धान के खेत पर भी दीपदान करें. मान्यता है कि इससे घर में कभी भी आर्थिक तंगी नहीं आती है.

कहा जाता है कि अगर संभव हो तो अपने गुरु या किसी विद्वान ब्राह्मण के घर पर दीपदान करें. वहीं, शाम के समय धान के खेत पर भी दीपदान करें. मान्यता है कि इससे घर में कभी भी आर्थिक तंगी नहीं आती है.

देव दिवाली पर पीपल के वृक्ष और आंवला के वृक्ष के नीचे दीपक जलाना शुभ माना जाता है. इसलिए आप पीपल और आंवला के वृक्ष के नीचे भी दीपक जलाएं. ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि बनी रहेगी, देवता प्रसन्न होंगे और घर में माता लक्ष्मी स्थिर रूप से वास करेंगी.

देव दिवाली पर पीपल के वृक्ष और आंवला के वृक्ष के नीचे दीपक जलाना शुभ माना जाता है. इसलिए आप पीपल और आंवला के वृक्ष के नीचे भी दीपक जलाएं. ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि बनी रहेगी, देवता प्रसन्न होंगे और घर में माता लक्ष्मी स्थिर रूप से वास करेंगी.

Published at : 29 Oct 2025 12:08 PM (IST)

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