Diwali 2025: शुभ संयोगों का महासंगम! खरीदारी और निवेश के लिए ये हैं सबसे शुभ दिन! जानें मुहूर्त और लाभ


Diwali 2025: इस बार दीपावली कई शुभ संयोग लेकर आ रही है. आज से दीपावली तक प्रत्येक दिन शुभ योग और संयोग बन रहे हैं. खरीदारी और निवेश के लिए शुभ समय शुरू हो गया है.

4 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक ऐसे मुहूर्त बन रहे हैं, जिनमें प्रॉपर्टी, ज्वैलरी, गाड़ियों से लेकर इलेक्ट्रॉनिक सामान तक खरीदना शुभ होगा.

पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि, दीपावली पर्व के अवसर पर नया सामान खरीदने की परंपरा शुरू से ही रही है.

दीपावली पर बन रहा है राजयोग

इस बार दीपावली तक हर दिन शुभ मुहूर्त है. 4 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक तिथि, वार और नक्षत्रों से मिलकर सर्वार्थसिद्धि, राजयोग, त्रिपुष्कर, अमृतसिद्धि और रवियोग बन रहे हैं. इन शुभ संयोगों से सुख और समृद्धि बढ़ेगी.

विशेष योग संयोग में गहने, नई प्रॉपर्टी की खरीद या फ्लैट बुक कराना फायदेमंद रहेगा. साथ ही इस दिन नए कामों की शुरुआत करना भी सफलतादायक रहेगा. 18 अक्टूबर धनतेरस के दिन गाड़ी, स्वर्ण, चांदी, वस्त्र, बर्तन की खरीदारी शुभ है.

वहीं, 20 अक्टूबर को आभूषण, गाड़ी, भूमि, भवन, गृह सामग्री, फ्रिज, टीवी आदि खरीदना शुभ साबित होगी. अपने पसंदीदा सामान की इस दौरान खरीदारी कर घरों में खुशियां ला सकते हैं.

दीपावली पर सर्वार्थ सिद्धि योग

ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि 20 अक्टूबर दीपावली पर सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा. जो लोग 20 को खरीदी करना चाहते हैं उनके लिए सर्वार्थसिद्धि योग में खरीदारी करना भी शुभ फलदायी रहेगा. इस नक्षत्र का प्रतीक चिह्न गाय का थन माना जाता है.

इस योग में किए गए कार्यों में सफलता निश्चित तौर पर मिलती है. साथ ही मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है.

नक्षत्रों का राजा है पुष्य

भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि 27 नक्षत्रों में आठवां नक्षत्र पुष्य है. इसे नक्षत्रों का राजा भी माना जाता है. यह धन, यश और वैभव का प्रतीक है, इसलिए पुष्य नक्षत्र में शुभ कामों की शुरुआत, प्रॉपर्टी, व्हीकल की खरीदारी और निवेश करने की परंपरा चली आ रही है.

माना जाता है इस नक्षत्र में सोना खरीदने से घर में सुख-समृद्धि आती है. पुष्य को सबसे अच्छा नक्षत्र माना जाता है. इसे शास्त्रों में अमरेज्य भी कहा गया है. यानी वो नक्षत्र जो जीवन में स्थिरता और अमरता लाता है. इस दौरान लंबे समय तक चलने वाले स्थायी काम करने चाहिए.

इस बार दीपावली से पहले 14 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र का संयोग बन रहा है. यह हर तरह की खरीदारी के लिए सर्वोत्तम दिन माना जाता है. दीपावली से पहले आने से इसका और महत्व बढ़ गया है.

14 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र

भविष्यवक्ता डा. अनीष व्यास ने बताया कि पुष्य नक्षत्र हर महीने आता है लेकिन दिवाली से पहले आने वाले पुष्य नक्षत्र का विशेष महत्व बताया गया है. इस साल दिवाली से पहले पुष्य नक्षत्र 14 और 15 अक्टूबर 2025 दो दिन है.

पुष्य नक्षत्र निवेश, सोना-चांदी, संपत्ति, वाहन खरीदी, बहीखाता नवीनीकरण और दिवाली की खरीदी के लिए अत्यंत लाभकारी होता है. यही वजह है कि दिवाली से पहले लोगों को पुष्य नक्षत्र का इंतजार रहता है.

दीवाली के समय स्वर्ण खरीदने के लिये मुहूर्त, अर्थात शुभ समय को प्राथमिकता देते हैं. पुष्य नक्षत्र एवं धनतेरस, ये दो सर्वाधिक शुभ दिन हैं. सोना खरीदना, घर में देवी लक्ष्मी को आमन्त्रित करने के समान माना जाता है. देवी लक्ष्मी धन एवं समृद्धि प्रदान करने वाली देवी हैं.

पुष्य नक्षत्र देवी लक्ष्मी का जन्म नक्षत्र है, इसीलिये पुष्य नक्षत्र को देवी लक्ष्मी को घर लाने के लिये सर्वाधिक शुभ नक्षत्र माना जाता है. ऐसे में इस दिन मां लक्ष्मी के रूप में सोना खरीदने की परंपरा है. कहते हैं इसस घर में स्थाई रूप से धन लक्ष्मी का वास हो जाता है.

हर प्रकार की खरीदी शुभ

भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि पुष्य नक्षत्र में किए गए कार्य पुण्यदायी और फल देने वाले होते हैं. पंचांग के अनुसार, 14 अक्टूबर को दोपहर 11:54 से 15 अक्टूबर को दोपहर 11:59 बजे तक पुष्य नक्षत्र का योग रहेगा.

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पुष्य नक्षत्र 27 नक्षत्रों में से 8 वें स्थान में आता है. पुष्य नक्षत्र की राशि कर्क है. इसे 27 नक्षत्रों में से सबसे शुभ, पुण्य और पवित्र माना जाता है. पुष्य नक्षत्र में खरीदारी करने का प्रचलन है, इसलिए ही इसे शुभ माना जाता है.

इस नक्षत्र में चल-अचल संपत्ति जैसे सोने, चांदी के आभूषण, सिक्के, महालक्ष्मी की प्रतिमा, इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल्स, फर्नीचर, बाइक-कार, उद्योग के लिए जमीन, प्लॉट की खरीदी सबसे ज्यादा शुभ मानी गई है. 

पुष्य नक्षत्र में इनकी खरीदी स्थायी लाभ

  • अचल संपत्ति – मकान, प्लॉट, फ्लैट, कृषि भूमि और व्यावसायिक संपत्ति.
  • चल संपत्ति – आभूषणों में सोना, चांदी, हीरा, प्लेटिनम के आभूषण.
  • ऑटोमोबाइलचार पहिया वाहन, दोपहिया वाहन
  • इलेक्ट्रिक दोपहिया चार पहिया वाहन.

इलेक्ट्रनिक सामान में फ्रिज, टीवी, वॉशिंग मशीन, लैपटॉप, माइक्रोवेव ओवन आदि.

आइए कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास से जानते हैं दीपावली तक कब कौन से योग बन रहे हैं-

  • 4 अक्टूबर द्विपुष्कर योग
  • 5 अक्टूबर रवि योग
  • 7 अक्टूबर कुमार योग
  • 8 अक्टूबर राज योग
  • 10 अक्टूबर सर्वार्थसिद्धि योग, कुमार योग
  • 11 अक्टूबर सर्वार्थसिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग
  • 12 अक्टूबर रवि योग
  • 14 अक्टूबर पुष्य नक्षत्र
  • 17 अक्टूबर सिद्धि योग, कुमार योग, राज योग
  • 19 अक्टूबर अमृत सिद्धि योग
  • 20 अक्टूबर सर्वार्थसिद्धि योग
  • 23 अक्टूबर रवि योग

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

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