लखनऊ। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (UPPCB) ने क्लास-वन अधिकारियों के लिए मिड-करियर ट्रेनिंग कार्यक्रम शुरू करने की ऐतिहासिक पहल की है। इसी के अंतर्गत उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने हैदराबाद के एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ कॉलेज ऑफ इंडिया के साथ समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। लखनऊ स्थित बापू भवन में राज्यमंत्री, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, केपी मलिक की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन (MoU) का आदान-प्रदान किया गया।
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इस अवसर पर श्री मलिक ने कहा कि किसी भी कार्य को सफलतापूर्वक संपन्न करने के लिए अनुभव और प्रशिक्षण दोनों अनिवार्य होते हैं। इस प्रकार की ट्रेनिंग न केवल ज्ञान का आदान-प्रदान बढ़ाती है, बल्कि अधिकारियों को नई सोच और बेहतर कार्यशैली अपनाने के लिए भी प्रेरित करती है। इस अवसर पर उन्होंने यूपीपीसीबी द्वारा किए जा रहे नवाचारों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे प्रयास संस्थान की कार्यकुशलता और प्रभावशीलता को और सुदृढ़ करेंगे।
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि यह प्रशिक्षण पूर्णतः आवासीय स्वरूप का होगा और दो चरणों में संचालित किया जाएगा, ताकि नियमित कार्य प्रभावित न हो। उन्होंने यह भी बताया कि प्रशिक्षण की प्रथम बैच अक्टूबर–नवंबर 2025 में और द्वितीय बैच फरवरी–मार्च 2026 में संचालित की जाएगी।
समझौते पर हस्ताक्षर यूपीपीसीबी के सदस्य सचिव संजीव कुमार सिंह और एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ कॉलेज ऑफ इंडिया (ASCI), हैदराबाद के रजिस्ट्रार और सचिव डॉ.ओपी सिंह ने किए। इस दौरान मुख्य पर्यावरण अधिकारी (प्रशासन) राम गोपाल, मुख्य पर्यावरण अधिकारी प्रवीण कुमार, हैदराबाद स्थित एएससीआई के रिसर्च एंड मैनेजमेंट स्टडीज के डीन डॉ.बी जनार्दन रेड्डी, हैदराबाद स्थित एनवॉयर्नमेंटल सर्विलांस लैबोरेटरी के हेड डॉ.शिवा प्रसाद बी, एएससीआई हैदराबाद के प्रतिनिधि तथा अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे।
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