शेयर बाजार के लिए कैसी रहेगी अक्टूबर सीरीज? समझें मार्केट गुरु अनिल सिंघवी का बड़ा एनालिसिस

AI Market Data: अक्टूबर डेरिवेटिव सीरीज की शुरुआत बाजार के लिए कई संकेत लेकर आई है. सितंबर में हल्की रिकवरी के बाद अब निवेशक यह जानना चाहते हैं कि निफ्टी और बैंक निफ्टी का आगे का रास्ता कैसा होगा. मार्केट गुरु अनिल सिंघवी से अक्टूबर सीरीज के आउटलुक, बिग डेटा, FII-DII ट्रेंड्स और ग्लोबल संकेतों पर विस्तार से समझिए.

अक्टूबर सीरीज का आउटलुक

पिछली दो सीरीज में निफ्टी कुल 1,051 अंकों की गिरावट के बाद सितंबर में 110 अंक चढ़ा. वहीं, बैंक निफ्टी दो सीरीज में 1,400 अंकों की गिरावट झेलने के बाद सितंबर में 815 अंकों की तेजी दिखाने में सफल रहा. आम तौर पर अक्टूबर सीरीज मिली-जुली रहती है. पिछले 10 में से 6 और पिछले 5 में से 3 बार यह सीरीज पॉजिटिव रही है.

हालांकि, पिछले दो साल अक्टूबर बेहद खराब रहा है, जब निफ्टी औसतन 6% और बैंक निफ्टी 5% गिरा. इस बार बड़ी दिक्कत FIIs की इंडेक्स फ्यूचर्स लॉन्ग पोजिशन है, जो सिर्फ 5.98% पर है. यह 2012 के बाद का सबसे निचला स्तर है. लगातार तीसरी बार FIIs ने सीरीज की शुरुआत 10% से कम पोजिशन के साथ की है. इसका मतलब है कि खरीदारी दूर, वे शॉर्ट पोजिशन भी काटने के मूड में नहीं हैं. इस बार निफ्टी ओपन इंटरेस्ट 1.71 करोड़ शेयर पर है, जो फरवरी 2025 के बाद सबसे ज्यादा है. यह साफ संकेत है कि शॉर्ट पोजिशन रोलओवर की गई है.

अक्टूबर सीरीज के अहम लेवल्स

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निफ्टी के लिए 24,335–24,425 की रेंज अहम और मजबूत सपोर्ट है. अगस्त में निफ्टी ने इसी रेंज से दो बार सपोर्ट लिया था. 18 सितंबर को 25,448 का हाई बनाने के बाद एक बार फिर इसी रेंज में सपोर्ट की उम्मीद है. नई कमजोरी तभी बनेगी जब निफ्टी 24,200 के नीचे जाएगा. बैंक निफ्टी ने 53,475–53,650 की रेंज में दो बार सपोर्ट लिया है. वहीं, 55,850–56,150 की रेंज से दो बार गिरावट आई. इस सीरीज में नई कमजोरी 53,000 के टूटने पर होगी. निफ्टी की ऊपरी रेंज 25,150–25,450 और बैंक निफ्टी की 55,850–56,150 रहेगी.

सितंबर में निफ्टी ने इंट्राडे में 19 दिन का लो 24,587 छुआ और लगातार 8 दिन कमजोर रहा. इस दौरान निफ्टी ने lower low और lower high बनाए. बैंक निफ्टी भी 7 दिन तक यही पैटर्न दिखाता रहा, लेकिन कल पहली बार higher high और higher low बना. मिड और स्मॉलकैप इंडेक्स ने इंट्राडे में 21 दिन का निचला स्तर छुआ, जबकि रियल्टी इंडेक्स 4 महीने और फार्मा इंडेक्स 1 महीने के लो पर पहुंचा.

शेयरों की बात करें तो Reliance ने 17 दिन का लो 1,362 छुआ. HDFC Bank ने कल रिकवरी दिखाई और 940 के मजबूत सपोर्ट से उछला. वहीं, ICICI Bank ने 5 महीने का लो 1,342 बनाया और लगातार 8वें दिन lower low बनाया. ICICI Bank का RSI 23 पर है, जो 5 साल में सबसे निचला स्तर है.

FIIs और DIIs का Big Data

FIIs की इंडेक्स फ्यूचर्स लॉन्ग पोजिशन सिर्फ 5.98% पर है, जो 2012 के बाद का न्यूनतम स्तर है. कल FIIs ने लगातार 7वें दिन कैश मार्केट में ₹2,327 करोड़ की बिकवाली की. कैश, स्टॉक और इंडेक्स फ्यूचर्स मिलाकर नेट बिकवाली ₹4,390 करोड़ रही. इसके विपरीत, घरेलू फंड्स (DIIs) ने लगातार 26वें दिन ₹5,762 करोड़ की खरीदारी की.

ग्लोबल Big Data

कमोडिटी बाजार में बड़ा हलचल दिखा. चांदी ₹1,44,330 के नए रिकॉर्ड पर पहुंच गई, जो 8 दिन में ₹19,000 महंगी हुई. सोना भी ₹1,17,788 के नए रिकॉर्ड पर गया और 8 दिन में ₹8,000 बढ़ा. कच्चा तेल एक महीने के लो पर है. रुपया 88.81 के रिकॉर्ड लो से सिर्फ 2 पैसे दूर है. वहीं, डाओ और S&P लगातार 5 महीने और नैस्डैक लगातार 6 महीने से मजबूत बने हुए हैं.

अमेरिका में शटडाउन का खतरा

अमेरिका में फंडिंग बिल पर सहमति न बनने से आज रात 12:01 बजे से शटडाउन शुरू होगा. इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर ज्यादातर विभाग ठप हो जाएंगे. करीब 8 लाख कर्मचारियों को बिना वेतन छुट्टी पर भेजने की तैयारी है. कई सरकारी ऑफिस, नेशनल पार्क और म्यूजियम बंद हो सकते हैं.  डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी है कि कुछ योजनाएं और नौकरियां स्थायी रूप से बंद की जा सकती हैं. उनका कहना है कि डेमोक्रेट्स की पसंदीदा योजनाओं को रोकना और बेवजह का खर्च कम करना ही इस कदम का मकसद है.

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