Pune: पहलगाम आतंकी हमले के बाद AIMIM प्रमुख और असदुद्दीन ओवैसी पड़ोसी मुल्क को आड़े हाथों लेते रहे हैं। वह पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए विदेश भेजे गए डेलिगेशन का भी हिस्सा थे। ओवैसी बार-बार पाकिस्तान को मुंह तोड़ जवाब देने की मांग करते रहे हैं। उन्होंने एशिया कप में भारत-पाकिस्तान के बीच मैच का विरोध किया था। वहीं, पहलगाम हमले को लेकर AIMIM चीफ से सवाल किया गया कि अगर वह भारत के प्रधानमंत्री होते तो इस हमले पर क्या प्रतिक्रिया देते?
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दरअसल, AIMIM चीफ ओवैसी पुणे में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे। इस दौरान उनसे से पूछा गया कि अगर वे प्रधानमंत्री होते तो पहलगाम हमले पर क्या प्रतिक्रिया देते। इस पर हैदराबाद से लोकसभा सांसद ओवैसी ने कहा, “मेरे भाई, ये ख़्वाब देखने का मुझे शौक़ नहीं है। मैं हक़ीक़त से जूझता हूँ और अपनी पहुँच जानता हूँ। हमारा मक़सद सिर्फ़ सत्ता में बैठना या मंत्री बनना नहीं है। लेकिन एक भारतीय नागरिक होने के नाते, मुझे कहना होगा कि पहलगाम के बाद, हमारे पास एक कड़ा जवाब देने का एक सच्चा मौक़ा था। यह क्यों रुक गया?”
सीजफायर को लेकर ओवैसी ने आगे कहा, “मुझे नहीं पता, सच में, मुझे नहीं पता कि यह क्यों रुक गया… यह युद्ध जैसे हालात थे। अचानक, ऑपरेशन रुक गए। रुकना क्यों भाई, जब पूरा देश निर्णायक जवाब देने के लिए तैयार था? अब, आप संसद में बैठकर पीओके हासिल करने की बात करते हैं।”
VIDEO | Pune: At a press conference, AIMIM Chief Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) was asked how he would have responded to the Pahalgam attack if he were Prime Minister.
He said, “Mere bhai, ye khwab dekhne ka mujhe shaukh nahi (I do not dream about all these). I deal with reality… pic.twitter.com/HdW39Uj9oY
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— Press Trust of India (@PTI_News) September 30, 2025
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