Hair Fall Cure And Fertility Link: गंजापन रोकने की दवाई कहीं फर्टिलिटी पर तो नहीं डाल रही असर, जानें कितनी है सच्चाई?

Hair Loss Medication Impact: आजकल बाल झड़ना बहुत आम हो गया है. खासकर पुरुषों में गंजापन जल्दी दिखने लगता है. इसे रोकने के लिए कई दवाइयाँ और ट्रीटमेंट्स मौजूद हैं. लेकिन जो पुरुष शादी या बच्चा प्लान कर रहे हैं, उन्हें यह चिंता रहती है कि कहीं ये दवाइयाँ उनकी फर्टिलिटी यानी संतान पैदा करने की क्षमता पर असर न डाल दें. चलिए आपको बताते हैं कि इसको लेकर डॉक्टर और एक्सपर्ट क्या कहते है.

फिनास्टराइड और उसका असर

नई दिल्ली स्थित फर्टीलिटी क्लीनिक की प्रजनन विशेषज्ञ डॉ. प्रेरणा गुप्ता डॉ. प्रेरणा गुप्ता बताती हैं  कि “फिनास्टराइड बाल झड़ने की सबसे आम दवा है. लेकिन रिसर्च में पाया गया है कि यह कुछ पुरुषों में स्पर्म की मात्रा, स्पर्म काउंट और स्पर्म की गति को कम कर सकती है. नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन और जॉर्जटाउन मेडिकल रिव्यू में छपी स्टडीज भी यही दिखाती हैं कि फिनास्टराइड का असर वीर्य की क्वालिटी पर पड़ सकता है.”

असर अस्थायी होता है

दिल्ली स्थित एक निजी क्लीनिक की फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट डॉक्टर पायल कहती हैं, “अच्छी बात यह है कि ये बदलाव ज्यादातर अस्थायी होते हैं. दवा बंद करने के बाद स्पर्म से जुड़ी सारी चीजें सामान्य हो जाती हैं.” वह यह भी बताती हैं कि फिनास्टराइड टेस्टोस्टेरोन को कम नहीं करती. बल्कि डीएचटी हार्मोन घटने से कुल टेस्टोस्टेरोन थोड़ा बढ़ सकता है. फिर भी, कुछ पुरुषों में सेक्स ड्राइव कम होना या यौन परफॉर्मेंस में बदलाव दिख सकता है.

रिसर्च का रिजल्ट

2017 की एक रिपोर्ट (Impacts of Medications on Male Fertility) के मुताबिक, फिनास्टराइड और ड्यूटास्टराइड डीएचटी को लगभग 90 प्रतिशत तक कम कर देते हैं. इससे टेस्टोस्टेरोन पर खास असर नहीं पड़ता. लेकिन जिन पुरुषों का स्पर्म काउंट पहले से कम है, उनमें गिरावट और तेज हो सकती है.

मिनॉक्सिडिल और सुरक्षित विकल्प

डॉ. प्रेरणा गुप्ता बताती हैं कि मिनॉक्सिडिल हार्मोन को प्रभावित नहीं करता. यह सिर की त्वचा में ब्लड फ्लो बढ़ाकर बालों की जड़ों को मजबूत करता है. इसलिए यह स्पर्म क्वालिटी और फर्टिलिटी के लिहाज से सुरक्षित है. डॉ. पायल भी कहती हैं “टॉपिकल दवाओं का असर ज्यादातर स्कैल्प तक सीमित रहता है, जबकि ओरल दवाएँ पूरे शरीर में असर करती हैं. इसलिए प्रजनन क्षमता के मामले में मिनॉक्सिडिल को ज्यादा सुरक्षित माना जाता है.”

डॉक्टरों की सलाह

डॉ. गुप्ता सलाह देते हैं कि अगर कोई पुरुष फैमिली प्लानिंग कर रहा है तो फिनास्टराइड जैसी दवाओं का लंबे समय तक इस्तेमाल न करे. “हाई डोज और लंबे समय तक यूज़ करने से असर बढ़ सकता है. बेहतर है कि इसे शॉर्ट टर्म ट्रीटमेंट की तरह ही लिया जाए.” वहीं डॉ. पायल कहती हैं कि ट्रीटमेंट शुरू करने से पहले एक बार स्पर्म की जांच करा लेनी चाहिए और बीच-बीच में टेस्ट दोहराते रहना चाहिए. इससे तुरंत पता चल जाएगा कि दवा का असर हो रहा है या नहीं.

बिना दवा के विकल्प

एक्सपर्ट बताते हैं कि पीआरपी थेरेपी, हेयर ट्रांसप्लांट, लेजर थेरेपी (LLLT) जैसे उपाय भी मौजूद हैं. इनका असर लोकल लेवल पर होता है और यह हार्मोन या स्पर्म को प्रभावित नहीं करते. इसके अलावा कैफीन वाले शैम्पू, कद्दू के बीज का तेल और संतुलित आहार भी बालों के लिए फायदेमंद हैं. तनाव कम करना और पर्याप्त नींद लेना भी बाल और प्रजनन स्वास्थ्य दोनों को मजबूत करता है.

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Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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