FIIs ने जितना बेचा उसके दोगुने से ज्यादा घरेलू निवेशकों ने खरीदा, चौंका देगा अगस्त का आंकड़ा!

घरेलू निवेशकों का दबदबा शेयर बाजार में लगातार बना हुआ है. अगस्त में घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने कुल 94,829 करोड़ रुपए (10.8 अरब डॉलर) का निवेश किया है. ये बीते 10 महीनों में सबसे बड़ा निवेश है. साथ ही, लगातार 25वां महीना है, जब DIIs की ओर से निवेश सकारात्मक रहा हैं. ये जानकारी सोमवार को जारी हुई एक रिपोर्ट में दी गई. 

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की ‘मार्केट प्लस’ रिपोर्ट में बताया गया कि भारतीय शेयर बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने अगस्त में 4 अरब डॉलर की बिकवाली की है, जो कि बीते सात महीनों में सबसे अधिक है. 

इस वजह से पैसा निकाल रहे विदेशी निवेशक

एफपीआई की ओर से भारतीय बाजार में बिकवाली की वजह अमेरिका द्वारा भारत पर टैरिफ लगाए जाने को माना जा रहा है. रिपोर्ट में आगे कहा गया कि राजकोषीय घाटा समेकित हो रहा है और मासिक जीएसटी संग्रह मजबूत बना हुआ है. पूंजीगत व्यय भी बढ़ रहा है, जो सरकार के दीर्घकालिक विकास पर ध्यान केंद्रित करने का संकेत देता है.

महंगाई RBI के टारगेट के नीचे

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वहीं, महंगाई आठ साल के न्यूनतम स्तर पर बनी हुई और RBI के महंगाई के लक्ष्य ने नीचे हैं. इस कारण से भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से भविष्य में ब्याज दरों में कटौती की जा सकती है. रिपोर्ट के अनुसार, चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कॉरपोरेट मुनाफे में रिकवरी देखने को मिली है. हालांकि, आय अनुमानों में गिरावट आई है, लेकिन गति धीमी हो गई है. 

इक्विटी लिस्टिंग में तेजी

अगस्त में नई इक्विटी लिस्टिंग में तेजी आई. लेकिन लोन के जरिए फंड जुटाने की गति 16 महीने के निचले स्तर पर आ गई. कुल पंजीकृत निवेशक आधार 12 करोड़ के आंकड़े के करीब पहुंचने के बावजूद नए निवेशक पंजीकरण में कमी देखी गई है.

पिछले महीने डेरिवेटिव बाजार में व्यापारिक गतिविधियां चुनिंदा मिलीजुली रहीं. जहां फ्यूचर्स में औसत दैनिक कारोबार में वृद्धि देखी गई, वहीं इक्विटी ऑप्शंस के कारोबार में गिरावट देखी गई. कमोडिटी फ्यूचर्स रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया, जिसका मुख्य कारण इलेक्ट्रिसिटी फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट थे.

विदेशी मुद्रा भंडार 700 अरब अमेरिकी डॉलर के स्तर पर 

रिपोर्ट के अनुसार, भारत की बाह्य स्थिति आरामदायक बनी हुई है. अगस्त में विदेशी मुद्रा भंडार लगभग 700 अरब अमेरिकी डॉलर के स्तर पर था और रुपए की अस्थिरता पर भी नियंत्रण पा लिया गया है.  मानसून की गति तेज हो गई है, जलाशयों का स्तर मजबूत है और बुवाई का काम लगभग पूरा हो रहा है. 1 जून से 5 सितंबर तक कुल संचयी वर्षा सामान्य से 8.8 प्रतिशत अधिक रही है. 

Frequently Asked Questions (FAQs)

1. अगस्त में घरेलू निवेशकों (DIIs) ने कितना निवेश किया?

घरेलू निवेशकों ने अगस्त में कुल ₹94,829 करोड़ का निवेश किया.

2. विदेशी निवेशकों (FPIs) ने बाजार से पैसा क्यों निकाला?

FPIs ने अमेरिका द्वारा भारत पर टैरिफ लगाए जाने की आशंका के चलते बिकवाली की.

3. क्या यह DIIs द्वारा लगातार किया गया निवेश है?

हां, यह लगातार 25वां महीना है जब DIIs ने बाजार में सकारात्मक निवेश किया है.

4. भारत का विदेशी मुद्रा भंडार कितना है?

अगस्त में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार लगभग 700 अरब अमेरिकी डॉलर के स्तर पर था.

5. बाजार में नए निवेशकों की क्या स्थिति है?

कुल निवेशक आधार 12 करोड़ के करीब पहुंचने के बावजूद नए निवेशक पंजीकरण में कमी देखी गई है.

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