Vaccine stocks tumble : ट्रंप प्रशासन के स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा कोविड के टीकों (Covid vaccines) को बच्चों की मौत से जोड़ने की तैयारी की रिपोर्ट के बाद वैक्सीन स्टॉक में गिरावट आई है। वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के बाद शुक्रवार को फाइजर (Pfizer) और मॉडर्ना (Moderna) के शेयरों में गिरावट आई। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रंप प्रशासन के स्वास्थ्य अधिकारी कोरोनावायरस टीकों को 25 बच्चों की मौत से जोड़ने की योजना बना रहे हैं।
सीएनबीसी के मुताबिक, फाइजर के शेयर में 3 फीसदी से ज़्यादा की गिरावट आई है। मॉडर्ना के शेयर में 7 फीसदी से ज़्यादा और नोवावैक्स के शेयर में 4 फीसदी से ज़्यादा की गिरावट आई है। मीडिया में आई खबरों के मुताबित अगले हफ़्ते CDC के वैक्सीन सलाहकार पैनल के सामने यह दावा पेश किया जाएगा कि कोविड के टीकों का बच्चों की मौत से सीधा संबंध है। बता दें कि CDC ही अमेरिका की टीकाकरण नीति (immunisation policy) तय करता है।
विवादास्पद दावा
वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी प्रशासन वैक्सीन एडवर्स इवेंट रिपोर्टिंग सिस्टम (VAERS) में दर्ज बच्चों की मौत को कोविड वैक्सीन से जोड़ कर देख रहे है। VAERS टीकों के दुष्प्रभावों से संबंधिक अनवेरीफाइड सेल्फ रिपोर्ट फेडरल डेटाबेस है। ध्यान रखने की बात ये है कि सीडीसी ने बार-बार कहा है कि अकेले VAERS टीकों और होने वाली मौतों के बीच कोई संबंध तय नहीं कर सकता।
FDA कमिश्नर मार्टी मकेरी ने सीएनएन से इस बात की पुष्टि की है कि इस संबंध में जांच चल रही है,जिसमें ऑटोप्ली और परिवार के लोगों से पूछतांछ शामिल हैं,लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि इस प्रक्रिया में महीनों लग सकते हैं।
वैज्ञानिकों ने गलत सूचना के प्रति दी चेतावनी
कैरियर वैज्ञानिकों ने द वाशिंगटन पोस्ट को बताया कि वे इससे चिंतित हैं। उनका तर्क है कि तमाम अध्ययनों से पता चलता है कि कोविड के टीके बच्चों के लिए सुरक्षित हैं, वायरस के खतरों को कम करके आंका जा रहा है।
जून में पेश सीडीसी के आंकड़ों से पता चलता है कि जुलाई 2023 से कोविड के चलते अस्पताल में भर्ती होने के बाद कम से कम 25 बच्चों की मृत्यु हो गई। ध्यान देने की बात ये है कि इसमें से टीका-योग्य बच्चों में से किसी को भी टीके नहीं लगे थे।
पब्लिक होल्थ प्रोफेसर और सीडीसी के पूर्व सलाहकार नोएल ब्रेवर ने कहा, “वे लोगों को डराने के लिए टीकों के बारे में झूठ फैलाने के लिए इस मंच का फायदा उठा रहे हैं।”
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