Vigor Plast IPO Listing: प्लास्टिक के पाइप और फिटिंग्स बनाने वाली विगोर प्लास्ट के शेयर आज NSE SME पर लिस्ट हुए हैं। इसके आईपीओ को ओवरऑल 3 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹81 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी ₹85.00 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 4.94% का लिस्टिंग गेन (Vigor Plast Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर यह ₹89.25 (Vigor Plast Share Price) पर पहुंच गया। मुनाफावसूली के चलते दिन के आखिरी में यह ₹86.50 पर बंद हुआ है यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 6.79% मुनाफे में हैं।
Vigor Plast IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
विगोर प्लास्ट का ₹25.10करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 4-9 सितंबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 3.88 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 3.94 गुना (एक्स-एंकर), नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 7.03 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 2.49 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹20.25 करोड़ के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा ₹10 की फेस वैल्यू वाले 6 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹11.39 करोड़ कर्ज हल्का करने, ₹3.80 करोड़ अहमदाबाद में नया वेयरहाउस बनाने और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
Vigor Plast के बारे में
वर्ष 2012 में बनी विगोर प्लास्ट सीपीवीसी और यूपीवीसी और फिटिंग्स बनाती है और सप्लाई करती है। यह सीपीवीसी और यूपीवीसी प्लम्बिंग पाइप और फिटिंग्स, एसडब्ल्यूआर पाइप्स और पीवीसी एग्रीकल्चरल पाइप बनाती है। इसके प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल प्लम्बिंग, सीवेज, एग्रीकल्चर और इंडस्ट्रियल सेक्टर्स में होता है। इसकी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी और रजिस्टर्ड ऑफिस गुजरात के Dared में है। गुजरात के राजकोट, जामनगर, सूरत, अहमदाबाद और धोल्का में इसके पांच वेयरहाउसेज हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹30 लाख का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में बढ़कर ₹2.93 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹5.15 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम सालाना 10% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹46.0 करोड़ पर पहुंच गई। इस दौरान कंपनी पर कर्ज वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में ₹11.29 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹21.57 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹17.72 करोड़ पर आ गया। इस दौरान रिजर्व और सरप्लस की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में यह ₹1.14 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹4.0 7 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹4.93 करोड़ पर पहुंच गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।
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