Chandra Grahan 2025 Photos: ‘ब्लड मून’ से आसमान हुआ लाल, भारत से ऑस्ट्रेलिया तक दिखा शानदार नजारा, सामने आईं चंद्रगहण की पहली तस्वीरें

इस दुर्लभ दृश्य की तस्वीरें देश के अलग-अलग हिस्सों से सामने आईं. दिल्ली-एनसीआर, लखनऊ, गुवाहाटी, चेन्नई और तिरुवनंतपुरम जैसे शहरों से लोगों ने चांद की अनोखी तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कीं.

इस दुर्लभ दृश्य की तस्वीरें देश के अलग-अलग हिस्सों से सामने आईं. दिल्ली-एनसीआर, लखनऊ, गुवाहाटी, चेन्नई और तिरुवनंतपुरम जैसे शहरों से लोगों ने चांद की अनोखी तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कीं.

भारत ही नहीं, बल्कि थाईलैंड, चीन, हांगकांग, जापान और ऑस्ट्रेलिया में भी लोगों ने इस खगोलीय घटना को बड़े उत्साह से देखा.

भारत ही नहीं, बल्कि थाईलैंड, चीन, हांगकांग, जापान और ऑस्ट्रेलिया में भी लोगों ने इस खगोलीय घटना को बड़े उत्साह से देखा.

इन देशों में खगोल प्रेमियों ने टेलिस्कोप और अन्य वैज्ञानिक उपकरणों की मदद से चांद के बदलते रंगों को कई मिनटों तक निहारा.

इन देशों में खगोल प्रेमियों ने टेलिस्कोप और अन्य वैज्ञानिक उपकरणों की मदद से चांद के बदलते रंगों को कई मिनटों तक निहारा.

विशेषज्ञों के अनुसार, चंद्र ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है और सूर्य की रोशनी सीधे चांद तक नहीं पहुंच पाती. इस वजह से चांद का रंग लाल हो जाता है. वैज्ञानिकों का कहना है कि यह घटना खगोलीय अध्ययन के लिए बेहद अहम अवसर है.

विशेषज्ञों के अनुसार, चंद्र ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है और सूर्य की रोशनी सीधे चांद तक नहीं पहुंच पाती. इस वजह से चांद का रंग लाल हो जाता है. वैज्ञानिकों का कहना है कि यह घटना खगोलीय अध्ययन के लिए बेहद अहम अवसर है.

वैज्ञानिकों के मुताबिक, एशिया और ऑस्ट्रेलिया से देखने वालों के लिए यह अनुभव सबसे खास रहा. इसका कारण यह था कि चंद्र ग्रहण, चंद्रमा के पेरिगी (Perigee) पर पहुंचने से ठीक 2.7 दिन पहले हुआ.

वैज्ञानिकों के मुताबिक, एशिया और ऑस्ट्रेलिया से देखने वालों के लिए यह अनुभव सबसे खास रहा. इसका कारण यह था कि चंद्र ग्रहण, चंद्रमा के पेरिगी (Perigee) पर पहुंचने से ठीक 2.7 दिन पहले हुआ.

पेरिगी वह स्थिति है जब चंद्रमा अपनी कक्षा में पृथ्वी के सबसे नजदीक होता है. इसी वजह से इस बार चांद सामान्य से बड़ा और अधिक चमकीला दिखाई दिया.

पेरिगी वह स्थिति है जब चंद्रमा अपनी कक्षा में पृथ्वी के सबसे नजदीक होता है. इसी वजह से इस बार चांद सामान्य से बड़ा और अधिक चमकीला दिखाई दिया.

Published at : 08 Sep 2025 07:17 AM (IST)

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