बालाजी एमाइंस का प्रदर्शन जून तिमाही में अच्छा नहीं रहा। वॉल्यूम तिमाही दर तिमाही आधार पर बढ़ा है। लेकिन, पिछले साल से तुलना करने पर वॉल्यूम ग्रोथ कमजोर रही। ट्रेलिंग 12 महीनों को देखा जाए तो साल दर साल आधार पर वॉल्यूम 6 फीसदी गिरा है। चीन से इंडियन मार्केट्स में सस्ते प्रोडक्ट्स के आने से सप्लाई और डिमांड में संतुलन नहीं रहा, जिसका असर कंपनी के प्रदर्शन पर पड़ा।
चीन का माल आने से प्रतिस्पर्धा बढ़ी है
एमाइन कंपाउंड के इपोर्ट के इंपोर्ट के डेटा को देखने से पता चलता है कि इंडियन कंपनियों के लिए प्रतिस्पर्धा कितनी बढ़ गई है। पिछले 2.5 साल से एमाइन कंपाउंड का इपोर्ट सालाना करीब 20 फीसदी की दर से बढ़ रहा है। लेकिन, प्रतिस्पर्धा बढ़ने का असर कंपनी के मार्जिन पर पड़ा है। जून तिमाही में कंपनी का ऑपरेटिंग मार्जिन घटकर 17 फीसदी पर आ गया। एक साल पहले की समान अवधि में यह 19 फीसदी था।
एक साल में 30 फीसदी से ज्यादा गिरा स्टॉक
बीते एक साल में बालाजी एमाइंस का स्टॉक 30 फीसदी से ज्यादा गिरा है। हालांकि, तेज गिरावट के बाद भी कंपनी की वैल्यएशन अट्रैक्टिव नहीं लग रही। कंपनी अपने एसेटोनाइट्रेट प्लान को अपग्रेड कर रही है। इस प्लांट में नई टेक्नोलॉजी लगा रही है। इससे प्रोडक्शन कॉस्ट में कमी आएगी। चीन से इंडियन मार्केट में सस्ते माल आने से कंपनी ने प्रोडक्शन बंद कर दिया है। एसेटोनाइट्रेट के मामले में एंटी-डंपिंग जांच चल रही है। अपग्रेडेशन के बाद कंपनी का प्लाांट FY27 में उत्पादन के लिए तैयार हो जाएगा।
डिमिथाइल एथर प्लांट इस साल तैयार हो जाने की उम्मीद
कंपनी के डिमिथाइल एथर (DME) प्लांट के इस वित्त वर्ष में तैयार हो जाने की उम्मीद है। डीएमई से एलपीजी के इंपोर्ट पर निर्भरता कुछ हद तक घटेगी। यह इंडिया के लिए पॉजिटिव है। हालांकि, अभी कंपनी को पेट्रोलियम एंड एक्सप्लोसिव सेफ्टी ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया (PESO) से एप्रूवल का इंतजार है। जहां तक कंपनी की सब्सिडियरी Balaji Speciality का सवाल है तो इसके सोडियम साइनायड डेरिवेटिव्स प्रोजेक्ट का पहला चरण FY27 में तैयार हो जाने की उम्मीद है।
एंटी डंपिंग जांच के फेवरेबल नतीजों से फायदा
बालाजी एमाइंस के कई प्रोडक्ट्स आने वाले हैं। लेकिन, कई पर प्रोजेक्ट एप्रूवल में देरी का असर पड़ा है। इनमें से एक ऐसा प्रोडक्ट इलेक्ट्रॉनिक ग्रेड डीमिथायल कार्बोनेट है। इसका प्लांट मई 2025 में बनकर तैयार हो गया था। इसका सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस में काफी इस्तेमाल होता है। लेकिन, अभी डिमांड में इजाफा नहीं दिख रहा है। अगर आगे एंटी-डंपिंग ड्यूटी जांच का फेवरेबल नतीजा आता है तो कंपनी को काफी फायदा हो सकता है।
क्या आपको इनवेस्ट करना चाहिए?
Balaji Amines के इसोप्रोपायल एमाइन प्लांट को पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की मंजूरी मिलने का इंतजार है। इसके अलावा 8 MW (DC) सोलर पावर प्लांट के शुरू होने से एनर्जी पर होने वाले खर्च में कमी आएगी। अभी इसके शेयरों में FY27 के अनुमानित EV/EBITDA के 14.3 गुना पर ट्रेडिंग हो रही है। इससे अट्रैक्टिव नहीं कहा जा सकता। इसलिए निवेशकों को इस स्टॉक में निवेश करने से पहले कॉम्पटिटिव इंटेंसिटी घटने का इंतजार करना चाहिए।
Read More at hindi.moneycontrol.com