मुंबई में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर पिछले चार दिनों से आंदोलन जारी है, जिससे शहर की रफ्तार धीमी पड़ गई है। आजाद मैदान इस आंदोलन का केंद्र बना हुआ है। आंदोलनकारी मनोज जरांगे आमरण अनशन पर बैठे हैं और आज से उन्होंने पानी पीना भी छोड़ दिया है। जरांगे ने सरकार को अल्टीमेटम दिया है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो मुंबई में 5 करोड़ आंदोलनकारी जमा होंगे। इस आंदोलन के कारण मुंबई में ट्रेनें लेट हो रही हैं और पूरा ट्रैफिक सिस्टम चरमरा गया है, जिससे आम मुंबईकरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बॉम्बे हाई कोर्ट ने इस आंदोलन पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि यह शांतिपूर्ण नहीं है और आंदोलनकारियों ने कई नियम तोड़े हैं। कोर्ट ने आदेश दिया है कि “आंदोलन की अनुमति नहीं है। इसीलिए राज्य सरकार चाहे तो कानूनी कार्रवाई के लिए वो स्वतंत्र है। आजाद मैदान को छोड़कर कल दोपहर तक सभी जगह खाली करवा दी जाए।” कोर्ट ने यह भी कहा कि पूरे शहर को ठप नहीं किया जा सकता और नए आंदोलनकारियों की एंट्री रोकी जाए। महाराष्ट्र के सीएम फडणवीस ने कहा है कि सरकार कोर्ट के निर्देशों को लागू करेगी।
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