Pradosh Vrat 2025: कब है शुक्र प्रदोष व्रत? जानें शुभ मुहूर्त, लाभ और मनोकामना पूर्ति का अचूक उपाय!

Pradosh Vart 2025: हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत को भगवान शिव और माता पार्वती का आशीर्वाद पाने वाला महत्वपूर्ण व्रत माना गया है. यह व्रत जीवन में चल रहें तकलीफों को दूर कर और इच्छाओं को पूरा करता है. हर साल यह व्रत कृष्णपक्ष और शुक्लपक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन पड़ता है.

मान्यताओं के मुताबिक इस दिन से जुड़े जितने भी ग्रह होतें है वे हमें शुभ फल देते हैं. चलिए जानते हैं कि कब है इच्छाओं को पूरा करने वाला प्रदोष व्रत और क्या रहेगा शुभ समय. 

महीने का पहला प्रदोष व्रत
हिंदू पंचांग के मुताबिक 5 सितंबर 2025 शुक्रवार को महीने का पहला प्रदोष व्रत पड़ रहा है. शुक्रवार का दिन होने की वजह से इसे शुक्र प्रदोष व्रत भी कहा जाएगा. इस दिन भक्त दो घंटे शाम 06:38 से लेकर 08:55 बजे तक प्रदोष काल के बीच शिवजी की भक्ति कर सकेंगे. 

महीने का दूसरा प्रदोष व्रत
महीने का दूसरा प्रदोष व्रत पंचांग के मुताबिक 29 सितंबर 2025, शुक्रवार को पड़ रहा है. इस दिन भी शुक्रवार पड़ने की वजह से यह भी शुक्र प्रदोष व्रत कहलाएगा. प्रदोष काल की पूजा का शुभ मुहूर्त लगभग ढाई घंटे तक है, जो शाम को 06:21 से लेकर 08:43 बजे तक रहेगा. भक्तों को माता पार्वती और महादेव की पूजा करने का अच्छा खासा समय मिलेगा. 

प्रदोष व्रत की मान्यताएं
सनातन धर्म के अनुसार यह माना जाता है कि जिस भी व्रत से व्यक्ति की इच्छाएं पूरी होती है, उसे सबसे पहले चंद्र देव द्वारा किया गया था.

मान्यता है कि प्रदोष व्रत रखने से जीवन के क्षय रोग समाप्त होकर शुभ फल की प्राप्ति होती है. वहीं अगर इस व्रत को विधि-विधान से किया जाए तो यह भी कहा जाता है कि इससे साधक को सुख-समृद्धि और 100 गायों का पुण्यफल प्राप्त होता है. 

शुक्र प्रदोष व्रत के लाभ
हिंदू परंपरा में यह मान्यता है कि जब त्रयोदशी तिथि का संयोग शुक्रवार के दिन होता है, तो उस दिन का व्रत शुक्र प्रदोष व्रत कहलाता है. इस अवसर पर श्रद्धा और विधि-विधान के साथ की गई पूजा से साधक को भगवान शिव और माता पार्वती के साथ-साथ शुक्र देव का भी आशीर्वाद मिलता है.

माना जाता है कि इस व्रत के प्रभाव से जीवन में खुशहाली आती है और कुंडली में उपस्थित शुक्र दोष भी दूर होता है. शुक्र ग्रह की शुभ स्थिति साधक को वैवाहिक आनंद, सौंदर्य, भौतिक सुख-सुविधाओं और जीवन के ऐश्वर्य से जुड़े लाभ प्रदान करती है.

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

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