AI Market Data: भारतीय शेयर बाजार इस हफ्ते कई बड़े फैक्टर्स से दिशा लेगा. दमदार GDP आंकड़े, PM मोदी की चीन-जापान यात्रा और घरेलू फंड्स की जबरदस्त खरीदारी जैसी पॉजिटिव खबरें बाजार को सहारा दे सकती हैं. वहीं दूसरी ओर, विदेशी निवेशकों (FIIs) की लगातार बिकवाली और पिछले हफ्ते की कमजोर क्लोजिंग, निवेशकों की चिंता बढ़ा रही है. ऐसे में मार्केट गुरु अनिल सिंघवी का मानना है कि बाजार का मूड इस हफ्ते बेहद दिलचस्प रहने वाला है.
GDP ग्रोथ के ताजा आंकड़े
GDP ग्रोथ के ताजा आंकड़े जबरदस्त रहे हैं. इसने उन लोगों को करारा जवाब दिया है जो भारत की अर्थव्यवस्था को “Dead Economy” कह रहे थे. मजबूत GDP के पीछे कई घरेलू फैक्टर भी हैं, जैसे ब्याज दरों में गिरावट, महंगाई पर काबू, अच्छा मॉनसून और GST में राहत. हालांकि अमेरिका के टैरिफ का असर कुछ हद तक दिख सकता है, लेकिन घरेलू फैक्टर्स इतनी मजबूती ला रहे हैं कि बाजार को संतुलन मिल सकता है.
वह कहते हैं कि तकनीकी चार्ट्स की बात करें तो निफ्टी लगातार तीन दिन गिरकर 24,404 के स्तर तक पहुंचा और पिछले तीन हफ्तों का निचला स्तर बनाया. लगातार पांचवें दिन lower high pattern बनने से ऊपरी स्तरों पर दबाव दिख रहा है. बैंक निफ्टी की हालत भी कमजोर है. लगातार पांच दिनों की गिरावट से यह 53,606 तक फिसल गया और 9 मई के 53,483 वाले सपोर्ट के बेहद करीब आ गया है. यही लेवल पिछले बार बाजार को 4000 अंकों की तेजी दिला चुका था.
निचले लेवल पर हैं ये शेयर
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स्टॉक्स की बात करें तो HDFC Bank और ICICI Bank, दोनों ही तीन महीने के निचले स्तर पर हैं. HDFC Bank 950 और ICICI Bank 1392 तक आ गया है. रिलायंस भी AGM के बाद चार महीने के निचले स्तर पर फिसल गया. मिड और स्मॉल कैप इंडेक्स ने भी तीन महीने का लो छू लिया. ऐसे में साफ है कि अभी बाजार भारी दबाव में है.
FIIs और DIIs के आंकड़े इस हफ्ते अहम रहेंगे. शुक्रवार को FIIs ने 8318 करोड़ की सबसे बड़ी बिकवाली की, जबकि DIIs ने 11,488 करोड़ की सबसे बड़ी खरीदारी की. इसका मतलब है कि विदेशी निवेशक अभी भारत से पैसा निकाल रहे हैं, लेकिन घरेलू फंड्स मजबूती से सपोर्ट कर रहे हैं. यही Tug of War इस हफ्ते भी बाजार की दिशा तय करेगा.
ग्लोबल फैक्टर्स भी मार्केट को झटका या सहारा दे सकते हैं. नैस्डैक लगातार पांचवें महीने बढ़त में रहा है, सोना और चांदी दोनों नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए हैं. वहीं, रुपए में गिरावट जारी है और इसने 88.31 का नया रिकॉर्ड लो बनाया है. कमजोर रुपया विदेशी निवेशकों की चिंता बढ़ा सकता है. इस हफ्ते के लिए लेवल्स साफ हैं. निफ्टी अगर 24,325 के नीचे गया तो नई कमजोरी आ सकती है. वहीं रिकवरी में 24,575-24,700 की रेंज पहली बाधा होगी. बैंक निफ्टी के लिए 53,075-53,350 बड़ा सपोर्ट है, जबकि रिकवरी में 53,900-54,100 पहला टार्गेट होगा.
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