‘न तेल खरीदें और न ही गैस’, भारत के खिलाफ ट्रंप की नई चाल, यूरोपीय देशों पर डाल रहे दबाव

Donald Trump News: 50 प्रतिशत टैरिफ लगने के बाद भारत और अमेरिका के संबंध खराब हो गए हैं। भारत ने टैरिफ का कड़ा विरोध किया है। राष्ट्रपति ट्रंप रूस-भारत के तेल व्यापार के कारण खुन्नस निकाल रहे हैं। इसलिए उन्होंने साल 2025 में भारत में होने वाले क्वाड सम्मेलन में आने से इनकार कर दिया है। इससे पहले वे भारत के साथ हो रही द्विपक्षीय वार्ता को जारी रखने से भी मना कर दिया है। इस बीच राष्ट्रपति ट्रंप भारत को एक और बड़ा झटका देने की तैयारी कर रहे हैं।

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यूरोपीय देशों पर दबाव डाल रहे हैं ट्रंप

बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप अब यूरोपीय देशों पर भारत पर टैरिफ लगाने के लिए दबाव डाल रहे हैं। वे चाहते हैं कि यूरोपीय देश भी अमेरिका की तरह भारत पर टैरिफ और प्रतिबंध लगाए। हालांकि यूरोपीय देशों ने भारत पर टैरिफ लगाने को लेकर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है, लेकिन अमेरिक और राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत के खिलाफ मोर्चा जरूर खोल दिया है। वे चाहते हैं कि यूरोपीय देश भारत से न तेल खरीदें और नही गैस खरीदें। भारत से व्यापार संबंध भी तोड़ दें।

यूरोपीय देशों से भी नाराज चल रहे हैं ट्रंप

व्हाइट हाउस अधिकारी ने मीडिया ब्रीफिंग में संकेत दिए हैं कि राष्ट्रपति ट्रंप यूरोपीय देशों से काफी नाराज हैं। उन्होंने यूरोपीय देशों पर दोहरा व्यवहार करने का आरोप लगाया है। क्योंकि यूरोपीय देश यूक्रेन को भड़का रहे हैं। सामने से वे रूस और यूक्रेन का युद्ध खत्म कराने के प्रयासों का समर्थन कर रहे हैं। राष्ट्रपति ट्रंप से मिलकर यूक्रेन के समर्थन में बातचीत भी कर रहे हैं। दूसरी ओर, वे यूक्रेन पर दबाव डाल रहे हैं कि वह अपनी शर्ताें पर अड़ा रहे और शर्तें पूरी होने पर युद्धविराम करे।

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रूस और यूक्रेन में युद्धविराम चाहते हैं ट्रंप

बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूस और यूक्रेन में युद्धविराम कराना चाहते हैं। इसके लिए वे रूस के राष्ट्रपति पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को एक टेबल पर लाने का प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने पहले 15 अगस्त को अलास्का में रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की और यूक्रेन से शांति वार्ता करने के लिए मनाया। वे शांति वार्ता करने के लिए मान गए, लेकिन उन्होंने शर्त रखी कि यूक्रेन डोनबास इलाका रूस को सौंप दे। नाटो में शामिल होने का सपना देखना छोड़ दे। पश्चिमी देशों से मेलजोल बढ़ाने की कोशिश भी छोड़ दे।

जेलेंस्की-यूरोपीय देशों से की थी मुलाकात

बता दें कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने 18 अगस्त को यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से वाशिंगटन डीसी में व्हाइट हाउस में मुलाकात की थी। इस दौरान उनके साथ यूरोपीय संघ की अध्यक्ष, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली, जर्मनी और फिनलैंड के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भी आए थे। सभी ने राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात करके यूक्रेन को सुरक्षा की गांरटी दिलाने की मांग की थी। साथ ही जेलेंस्की ने कहा कि वे रूस से बिना किसी शर्त के युद्धविराम करेंगे।

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