Nifty Outlook: पिछले महीने के आखिरी कारोबारी दिन, शुक्रवार 29 अगस्त को घरेलू शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला लगातार तीसरे सेशन तक जारी रहा। निफ्टी 74 अंक टूटकर 24,427 पर बंद हुआ। निफ्टी अब तक हालिया स्विंग हाई 25,153 से 750 अंक फिसल चुका है। सप्ताहिक आधार पर इंडेक्स 1.78% टूटा, जो पिछले पांच महीनों में सबसे बड़ी गिरावट है। बाजार पर दबाव की बड़ी वजह ऊपरी स्तरों पर लगातार बिकवाली और अमेरिका द्वारा भारतीय निर्यात पर 50% टैरिफ लगाने की घोषणा रही।
अब नए महीने के पहले कारोबारी दिन यानी सोमवार 1 सितंबर को निफ्टी की चाल कैसी रहेगी, कौन से लेवल अहम रहेंगे, यह एक्सपर्ट से समझेंगे, लेकिन उससे पहले जान लेते हैं कि शुक्रवार को बाजार में क्या खास हुआ था।
ओवरऑल मार्केट में दिखी गिरावट
ब्रॉडर मार्केट्स ने भी कमजोरी दिखाई। निफ्टी मिडकैप100 और स्मॉलकैप100 क्रमशः 0.6% और 0.4% नीचे बंद हुए। सेक्टोरल इंडेक्स में रियल्टी, ऑटो और आईटी सबसे ज्यादा दबाव में रहे, जबकि निफ्टी FMCG 1% मजबूत हुआ। FMCG शेयरों में तेजी की वजह 3-4 सितंबर को होने वाली GST काउंसिल मीटिंग से जुड़ी उम्मीदें रहीं।
कैश मार्केट में विदेशी निवेशक शुक्रवार को नेट सेलर रहे। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों ने नेट बायर्स के रूप में कुछ सहारा दिया।
आगे कैसी रहेगी निफ्टी की चाल
अब बाजार की नजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीन यात्रा पर है, जहां वे सात साल बाद पहली बार SCO समिट में शामिल होने वाले हैं। इस चार दिवसीय दौरे ने जापान को भी कवर किया, जहां भारत ने व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने पर फोकस किया।
अमेरिकी अर्थव्यवस्था ने दूसरी तिमाही में मजबूती दिखाई है। जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 3.0% से बढ़ाकर 3.3% किया गया है, जिसका श्रेय मजबूत उपभोक्ता खर्च और कम आयात को दिया जा रहा है।
एनालिस्टों का मानना है कि भारतीय इक्विटी फिलहाल सीमित दायरे में रह सकते हैं। अगले हफ्ते सेंटिमेंट पर भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता और प्रधानमंत्री की वैश्विक नेताओं से मुलाकात का असर पड़ेगा। सोमवार को बाजार भारत की दूसरी तिमाही जीडीपी और अमेरिका के रिटेल इंफ्लेशन डेटा पर भी प्रतिक्रिया देंगे।
निफ्टी पर एक्सपर्ट की राय
निफ्टी में गिरावट का सिलसिला जारी है और शॉर्ट-टर्म ट्रेंड अब भी कमजोर बना हुआ है। एनालिस्ट्स का मानना है कि इंडेक्स अहम सपोर्ट लेवल्स के करीब है और यहां से कोई निर्णायक मूव अगली दिशा तय करेगा।
HDFC सिक्योरिटीज के नागराज शेट्टी का कहना है कि निफ्टी 24,300–24,200 के क्रिटिकल सपोर्ट के करीब है। अगर यह स्तर टूटता है तो इंडेक्स 24,000–23,900 तक फिसल सकता है। वहीं, ऊपर की ओर 24,700 से ऊपर क्लोजिंग ट्रेंड को बुल्स के पक्ष में मोड़ सकती है।
‘Sell on Rise’ रणनीति बेहतर
LPK सिक्योरिटीज के रूपक डे का कहना है कि निफ्टी 100-EMA के नीचे फिसल चुका है, जो गहरे बियरिश ट्रेंड की पुष्टि करता है। उनके मुताबिक कमजोरी जारी रह सकती है और इंडेक्स 200-DMA (24,071) के करीब जा सकता है। सपोर्ट 24,400 और 24,150 पर है, जबकि रेजिस्टेंस 24,650 पर दिख रहा है। डे का कहना है कि जब तक निफ्टी 24,850 के ऊपर नहीं जाता, “Sell on Rise” रणनीति ही अपनाना बेहतर होगा।
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शॉर्ट कवरिंग के संकेत नदारद
एंजल वन के ओशो कृष्णन ने कहा कि निफ्टी 24,350 के आसपास बना हुआ है। यदि यह लेवल टूटता है तो गिरावट 24,150–24,100 (200-DSMA) तक बढ़ सकती है। HDFC सिक्योरिटीज के नंदीश शाह ने बताया कि निफ्टी अपने पिछले स्विंग लो 24,337 और 200-EMA (24,267) सपोर्ट की ओर बढ़ रहा है। वहीं, अब रेजिस्टेंस लेवल 24,572 और 24,700 पर शिफ्ट हो गए हैं।
सेंटरम ब्रोकिंग के नीलेश जैन का कहना है कि ओवरसोल्ड कंडीशन के बावजूद शॉर्ट कवरिंग के कोई संकेत नहीं दिख रहे। कमजोरी बनी रह सकती है, जिसमें 24,070 (200-DMA) मुख्य सपोर्ट और 24,700 (100-DMA) अहम रेजिस्टेंस रहेंगे।
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