ARC Insulation IPO Listing: लिस्ट होते ही लोअर सर्किट, ₹125 के शेयरों की ₹145 पर एंट्री, फिर मुनाफावसूली में धड़ाम – arc insulation ipo listing shares debut at 16 percent premium arc insulation share price slips to lower circuit

ARC Insulation IPO Listing: एआरसी इंसुलेशन के शेयरों की आज एनएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल इसे 18 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹125 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी ₹145.00 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 16% का लिस्टिंग गेन (ARC Insulation Listing Gain) मिला। हालांकि आईपीओ निवेशकों की खुशी थोड़ी ही देर में फीकी हो गई जब शेयर टूट गए। टूटकर यह ₹137.75 (ARC Insulation Share Price) के लोअर सर्किट पर आ गया और इसी पर बंद भी हुआ यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 10.20% मुनाफे में हैं।

ARC Insulation IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च

एआरसी इंसुलेशन का ₹41.19 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 21-25 अगस्त तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 18.71 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 15.12 गुना (एक्स-एंकर), नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 26.84 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 17.27 गुना भरा था।

इस आईपीओ के तहत ₹38.06 करोड़ के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा ₹10 की फेस वैल्यू वाले 2.50 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹8.16 करोड़ नई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की फैक्ट्री शेड लगाने, ₹3.06 करोड़ नया ऑफिस खरीदने, ₹1.18 करोड़ कर्ज हल्का करने, ₹16.35 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।

ARC Insulation के बारे में

सितंबर 2008 में बनी एआरसी इंसुलेशन एंड इंसुलेटर्स हाई-परफॉरमेंस ग्लास फाइबर रीइंफोर्स्ड पॉलीमर (GFRP) कंपोजिट प्रोडक्ट्स बनाती है। इसके प्रोडक्ट्स पोर्टफोलियो में टिकाऊ और हल्के जीएफआरपी सरिया, ट्यूब, ग्रेटिंग और फेसिंग शामिल हैं। इसके प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल इंफ्रास्ट्रक्चर, पावर, कूलिंग टावर्स, केमिकल, कंपोजिट, इलेक्ट्रिकल सबस्टेशंस, माइनिंग इत्यादि में होता है। इसकी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट पश्चिम बंगाल के परगना साउथ के रामदेवपुर गांव में है।

कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹2.64 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में उछलकर ₹6.10 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹8.57 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम सालाना 16% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹33.15 करोड़ पर पहुंच गई। इस दौरान कंपनी पर कर्ज की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में यह ₹5.30 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹2.78 करोड़ से बढ़कर वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹5.97 करोड़ पर पहुंच गया।

डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।

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