महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण के लिए आंदोलन एक बार फिर उग्र हो गया है. मुंबई के आजाद मैदान में मनोज जरांगे के साथ लाखों की संख्या में उनके समर्थक पहुंच गए हैं. इसी के साथ मनोज जरांगे ने यह ऐलान कर दिया है कि जब तक आरक्षण की मांगे पूरी नहीं होंगी, तह तक उनकी भूख हड़ताल जारी रहेगी. मनोज जरांगे पाटील के आजाद मैदान में पहुंचते ही समर्थकों में उत्साह देखने को मिला और जबरदस्त नारेबाजी हुई.
अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक, आंदोलन के लिए आजाद मैदान में सिर्फ 5 हजार लोगों की अनुमति मिली थी, लेकिन लाखों की संख्या में आंदोलनकारी पहुंच रहे हैं. सुरक्षा को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. प्रोटोकॉल के हिसाब से अनुमति के अनुसार, बारी-बारी से 5 हजार लोग मैदान के अंदर जाएंगे, ताकि सबको आंदोलन में शामिल होने का मौका मिले.
मुंबई के प्रमुख जगह CSMT स्टेशन, गेटवे ऑफ इंडिया, मरीन ड्राइव, दादर स्टेशन, शिवाजी पार्क, गिरगांव चौपाटी हर तरफ सिर्फ भगवा टोपी लगाए मराठा आंदोलनकारी दिखाई दे रहे हैं. लोकल ट्रेन में भर-भरकर मराठा आरक्षण के आंदोलनकारी आंदोलन स्थल पर पहुंचे हैं.
वाशी में मनोज जरांगे का स्वागत
मराठा आरक्षण आंदोलन के तहत आजाद मैदान में विरोध प्रदर्शन से कुछ घंटे पहले ही मनोज जरांगे मुंबई पहुंचे थे. इस दौरान वाशी में उनके समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया था. बता दें, सैकड़ों वाहनों के साथ, बुधवार (27 अगस्त) को मनोज जरांग ने जालना ज़िले के अपने गांव से मार्च शुरू किया था.
VIDEO | Maharashtra: Maratha quota agitation leader Manoj Jarange reached Mumbai Friday morning, hours ahead of his protest at Azad Maidan in the city.
Accompanied by hundreds of vehicles, Jarange, who began his march from his village in Jalna district on Wednesday, was welcomed… pic.twitter.com/zhPkIylHJN
— Press Trust of India (@PTI_News) August 29, 2025
मनोज जरांगे ने पुलिस को दिया आश्वासन
आंदोलन की अनुमति मिलने से पहले मनोज जरांगे ने मुंबई पुलिस को आश्वासन दिया था कि आंदोलन में शामिल कोई भी व्यक्ति लाठियां, भाले, तलवारें या किसी भी प्रकार का हथियार अपने साथ नहीं रखेगा. कोई भी व्यक्ति उकसाने वाले भाषण या किसी भी समूह के बीच बैर पैदा करने वाली भाषा का प्रयोग नहीं करेगा. आंदोलन के दौरान सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान, सरकारी कर्मचारियों पर हमला या आगजनी जैसी कोई भी गतिविधि नहीं होगी. साथ ही, सभी प्रतिभागी पुलिस के निर्देशों का तुरंत पालन करेंगे.
इसके अलावा, मनोज जरांगे की ओर से यह भी वादा किया है कि किसी भी धर्म या वर्ग का अपमान नहीं किया जाएगा और धार्मिक स्थलों या पवित्र वस्तुओं को नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा. आंदोलन स्थल से जुलूस निकालने की कोशिश नहीं होगी.
‘कुछ भी गलत हुआ तो मेरे खिलाफ दर्ज हो केस’- मनोज जरांगे
मनोज जरांगे ने पुलिस से स्पष्ट तौर पर कहा था- “अनुयायियों को नियंत्रण में रखने की जिम्मेदारी मेरी और आयोजकों की होगी. इसमें विफल रहने पर मेरे और आयोजकों पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा. एफिडेविट में लिखे गए सभी नियमों का पालन किया जाएगा और पुलिस को पूरा सहयोग दिया जाएगा.”
आंदोलन की वजह से नहीं बिगड़ेगी ट्रैफिक व्यवस्था
मराठा आरक्षण आंदोलन के लिए की गई तैयारियों के तहत स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं से चर्चा कर पीने के पानी और चिकित्सीय सहायता की पर्याप्त व्यवस्था की गई है. यह वादा भी किया गया है कि आंदोलन के कारण यातायात में कोई बाधा नहीं डाली जाएगी. आंदोलन केवल निर्धारित स्थल पर ही होगा. यह सुबह 9:30 बजे से शुरू होकर शाम 5:30 बजे तक रहेगा. आंदोलन के दौरान दस्तावेज़, पुस्तकें या तस्वीरें नहीं जलेंगी और न ही खाना पकाने या कचरा फैलाने की अनुमति होगी.
इसके अलावा, लाउडस्पीकर का उपयोग बिना अनुमति नहीं किया जाएगा. अगर अनुमति दी गई तो केवल सुबह 9:30 से शाम 5:30 बजे तक ही होगा. आंदोलन में शामिल होने वाले लोगों की संख्या सीमित रखी जाएगी. फलक और झंडों के लिए 2 फीट से बड़ी डंडी का उपयोग नहीं होगा और फलक का आकार 6 फीट या उससे कम रखा जाएगा. आंदोलन स्थल पर कोई वाहन, पक्षी या जानवर नहीं लाए जाएंगे.
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