तमिलनाडु के 51वें राज्य निशानेबाजी खेलों में उस समय विवाद का माहौल बन गया, जब उद्योग मंत्री टीआरबी राजा के बेटे सूर्या राजा बालू ने भाजपा नेता और कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के. अन्नामलाई से पदक लेने से इनकार कर दिया.
अन्नामलाई विजेताओं को मंच पर माला और पदक पहना रहे थे. सूर्या ने उनके गले में पदक डालने से मना कर दिया और खुद उसे पहन लिया. यह पल सिर्फ खेल प्रतियोगिता का हिस्सा नहीं रहा, बल्कि तमिलनाडु की राजनीतिक खींचतान का नया प्रतीक बन गया.
दो हफ्ते पहले भी हुई थी ऐसी घटना
यह मामला तब और महत्वपूर्ण हो जाता है, जब इससे पहले एक तिरुनेलवेली के मनोनमनियम सुंदरनार विश्वविद्यालय के 32वें दीक्षांत समारोह में डॉक्टरेट छात्रा जीन जोसेफ़ ने राज्यपाल आरएन रवि को इग्नोर करते हुए कुलपति से अपनी डिग्री लेने का फैसला लिया. जोसेफ़ ने कहा कि यह कदम उन्होंने राज्यपाल के तमिल और तमिलनाडु विरोधी रुख के विरोध में उठाया. उन्होंने यह भी कहा कि वे द्रविड़ मॉडल में विश्वास करती हैं और कुलपति को सम्मान देना उचित समझा.
अन्नामलाई का रुख और प्रतिक्रिया
अन्नामलाई ने इस प्रकार की घटनाओं की आलोचना करते हुए कहा कि यह डीएमके कार्यकर्ताओं द्वारा प्रसिद्धि पाने की साजिश है. स्कूलों और विश्वविद्यालयों में निम्न स्तर की राजनीति लाने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए. अब सूर्या राजा बालू की हरकत ने इस विवाद को और बढ़ा दिया है और इसे सीधा डीएमके बनाम भाजपा टकराव के रूप में देखा जा रहा है.
के अन्नामलाई कौन हैं?
कुप्पुसामी अन्नामलाई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और पूर्व भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी हैं. 2011 बैच के कर्नाटक के आईपीएस अधिकारी के रूप में उनका एक विशिष्ट करियर रहा है, जहां उन्होंने उडुपी, चिकमगलूर और बेंगलुरु में सेवा की. उनके कार्यों के लिए उन्हें कर्नाटक पुलिस का सिंघम कहा गया.
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