Lalbaugcha Raja 2025 Fist Look: लालबागचा राजा की पहली झलक इन तस्वीरों में देखें, बहुत खास है 2025 की थीम

गणेश चतुर्थी 27 अगस्त को है लेकिन लालबागचा राजा की पहली झलक सामने आ गई है, राजसी ठाठ बाट में बप्पा की ये मूर्ति देख भक्त अभिभूत हैं. महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी पर लालबाग चा राजा को देखने के लिए हर साल लाखों लोगों की भीड़ उमड़ती है.

गणेश चतुर्थी 27 अगस्त को है लेकिन लालबागचा राजा की पहली झलक सामने आ गई है, राजसी ठाठ बाट में बप्पा की ये मूर्ति देख भक्त अभिभूत हैं. महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी पर लालबाग चा राजा को देखने के लिए हर साल लाखों लोगों की भीड़ उमड़ती है.

इस साल बप्पा के हाथ में चक्र, सिर पर आकर्षक मुकुट, बैंगनी रंग की धोती है. लालबागचा राजा का ये स्वरूप अत्यंत मनमोहक और भव्य नजर आया. पहली झलक देखकर पंडाल भक्ति और उल्लास से झूम उठा.

इस साल बप्पा के हाथ में चक्र, सिर पर आकर्षक मुकुट, बैंगनी रंग की धोती है. लालबागचा राजा का ये स्वरूप अत्यंत मनमोहक और भव्य नजर आया. पहली झलक देखकर पंडाल भक्ति और उल्लास से झूम उठा.

लालबागचा राजा का दुप्ट्टा इस बार कुछ खास है, इस पर शंख और भगवान बालाजी को लगाया जाने वाले तिलक की आकृति बनी है. ये तिलक भगवान विष्णु के प्रति भक्ति को दर्शाता है. मान्यता है कि सफेद चंदन और लाल कुमकुम से बना ये तिलक भगवान विष्णु की पवित्र नाड़ियों इड़ा और पिंगला का प्रतिनिधित्व करते हैं.

लालबागचा राजा का दुप्ट्टा इस बार कुछ खास है, इस पर शंख और भगवान बालाजी को लगाया जाने वाले तिलक की आकृति बनी है. ये तिलक भगवान विष्णु के प्रति भक्ति को दर्शाता है. मान्यता है कि सफेद चंदन और लाल कुमकुम से बना ये तिलक भगवान विष्णु की पवित्र नाड़ियों इड़ा और पिंगला का प्रतिनिधित्व करते हैं.

स साल मंडप को भगवान तिरुपति बालाजी की थीम पर सजाया गया है. मंडप का दृश्य किसी स्वर्ण महल जैसा प्रतीत होता है, जो विशेष रूप से डिजाइन किया गया है.

स साल मंडप को भगवान तिरुपति बालाजी की थीम पर सजाया गया है. मंडप का दृश्य किसी स्वर्ण महल जैसा प्रतीत होता है, जो विशेष रूप से डिजाइन किया गया है.

1934 से हर साल यहां बप्पा की भव्य मूर्ति की स्थापना की जाती है. मुंबई के प्रसिद्ध लालबागचा राजा गणेश मंडल ने इस साल अपना 92वें वर्ष के गणेशोत्सव मनाएगा.

1934 से हर साल यहां बप्पा की भव्य मूर्ति की स्थापना की जाती है. मुंबई के प्रसिद्ध लालबागचा राजा गणेश मंडल ने इस साल अपना 92वें वर्ष के गणेशोत्सव मनाएगा.

मुंबई के लालबाग इलाका मछुआरों की बस्ती हुआ करती थी. यहां के लोग लंबे समय से स्थायी बाजार की मांग कर रहे थे लेकिन वो पूरी नहीं हो पा रही थी.  तमाम प्रयासों के बाद भी जब वह असफल रहे तो इन्हीं कामगारों और और स्थानीय लोगों ने मिलकर पहली बार यहां गणपति बप्पा की मूर्ति स्थापित की और उनसे मन्नत मांगी जो पूरी हुई.

मुंबई के लालबाग इलाका मछुआरों की बस्ती हुआ करती थी. यहां के लोग लंबे समय से स्थायी बाजार की मांग कर रहे थे लेकिन वो पूरी नहीं हो पा रही थी. तमाम प्रयासों के बाद भी जब वह असफल रहे तो इन्हीं कामगारों और और स्थानीय लोगों ने मिलकर पहली बार यहां गणपति बप्पा की मूर्ति स्थापित की और उनसे मन्नत मांगी जो पूरी हुई.

Published at : 25 Aug 2025 12:42 PM (IST)

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