अमेरिका में जैक्सन होल सम्मेलन में फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने ब्याज दरों में कटौती के संकेत दिए. इसके बाद अमेरिकी बाजारों में जबरदस्त तेजी दिखी. इसका असर सोमवार को भारतीय बाजार पर भी साफ दिखाई दे सकता है. एक्सपर्ट का मानना है कि ब्याज दरों में कटौती से अमेरिकी बॉन्ड यील्ड और डॉलर कमजोर होंगे, जिससे भारत में एफआईआई की बिकवाली थम सकती है. पिछले हफ्ते एफआईआई ने 1,559.51 करोड़ रुपए के शेयर बेचे थे, जबकि डीआईआई ने 10,388.23 करोड़ रुपए की खरीदारी की थी.
IIP के आंकड़े होंगे अहम
आने वाले हफ्ते में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) के आंकड़े जारी होंगे. यह आंकड़े देश की औद्योगिक गतिविधियों की स्थिति बताते हैं. मजबूत आंकड़े आने पर बाजार में तेजी और कमजोर डेटा आने पर दबाव देखने को मिल सकता है. पिछले सप्ताह निफ्टी 0.97% बढ़कर 24,870.10 और सेंसेक्स 0.88% चढ़कर 81,306.85 पर बंद हुआ. स्मॉलकैप और मिडकैप में भी मजबूत तेजी दिखी. निफ्टी मिडकैप 100 लगभग 2% और स्मॉलकैप 100 करीब 2.12% चढ़ा.
सेक्टोरल परफॉर्मेंस कैसा रहा?
18-22 अगस्त के दौरान निफ्टी ऑटो इंडेक्स 5.02% बढ़कर टॉप गेनर रहा. इसके अलावा निफ्टी रियल्टी 3.45%, निफ्टी कंजप्शन 3.01%, निफ्टी एफएमसीजी 1.98%, निफ्टी आईटी 1.74% और निफ्टी मेटल 1.73% ऊपर बंद हुए. एसबीआई सिक्योरिटीज के टेक्निकल रिसर्च और डेरिवेटिव्स हेड सुदीप शाह के मुताबिक, बाजार में तेजी की सबसे बड़ी वजह S&P Global Ratings द्वारा भारत का आउटलुक अपग्रेड करना रहा. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से दीपावली तक नए जीएसटी सुधारों की घोषणा से निवेशकों का भरोसा और मजबूत हुआ.
FAQs
Add Zee Business as a Preferred Source
Q1. अगले हफ्ते बाजार पर सबसे बड़ा असर किससे होगा?
अमेरिका में ब्याज दरों पर फेड के संकेत और IIP डेटा से.
Q2. एफआईआई ने पिछले हफ्ते कितनी बिकवाली की?
कुल 1,559.51 करोड़ रुपए की.
Q3. कौन सा सेक्टर सबसे ज्यादा चढ़ा?
निफ्टी ऑटो इंडेक्स, 5.02% की तेजी के साथ.
Q4. तेजी की मुख्य वजह क्या रही?
S&P Global Ratings द्वारा आउटलुक अपग्रेड और पीएम मोदी के जीएसटी सुधार संकेत.
Read More at www.zeebiz.com