भले ही विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) इस साल ज्यादातर समय शुद्ध विक्रेता रहे हों, लेकिन उनकी दिलचस्पी भारतीय प्राइमरी मार्केट में बनी हुई है. इससे साफ है कि एफआईआई नए विषयों और उभरते व्यवसायों में निवेश के अवसर तलाश रहे हैं, जबकि धीमी वृद्धि वाले सेक्टरों से दूरी बना रहे हैं. वॉटरफील्ड एडवाइजर्स के वरिष्ठ निदेशक विपुल भोवार ने कहा कि सेकेंडरी और प्राइमरी मार्केट के आंकड़ों में बड़ा फर्क है. जहां एफआईआई सेकेंडरी मार्केट में बिकवाली कर रहे हैं, वहीं प्राइमरी मार्केट में सक्रिय भागीदारी जारी है. यह रुझान निवेशकों के लिए संकेत है कि नए बिजनेस मॉडल और उभरते सेक्टर विदेशी निवेशकों की नजर में आकर्षक बने हुए हैं.
बिकवाली का दबाव और कारण
अगस्त 2025 के पहले पखवाड़े में एफपीआई ने भारतीय शेयरों से करीब 21,000 करोड़ रुपए की बिकवाली की. पूरे साल अब तक निकासी का स्तर 1.16 ट्रिलियन रुपए तक पहुंच गया है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि अमेरिकी टैरिफ से जुड़ी चिंताएं, पहली तिमाही की कमजोर कॉर्पोरेट आय और रुपए में गिरावट इस बिकवाली के मुख्य कारण रहे हैं.
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घरेलू निवेशकों का सहारा
इस बीच, खुदरा निवेश और एसआईपी फ्लो की मजबूती से घरेलू संस्थागत निवेशक (डीआईआई) बाजार में स्थिर खरीदार बने हुए हैं. यही कारण है कि एफआईआई की बिकवाली का दबाव कुछ हद तक संतुलित होता रहा है.
एसएंडपी ग्लोबल ने हाल ही में भारत की दीर्घकालिक सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग को स्थिर दृष्टिकोण के साथ बीबीबी- से बढ़ाकर बीबीबी कर दिया है. यह कदम तीन बुनियादी तथ्यों विश्वसनीय राजकोषीय कंसोलिडेशन, मजबूत बाहरी स्थिति और स्थिर मुद्रास्फीति अपेक्षाओं पर आधारित है. इससे निवेशकों का भरोसा बढ़ा है और एफआईआई की बिकवाली भी कुछ कम होती दिख रही है.
टैरिफ का प्रभाव सीमित
एसबीआई रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी टैरिफ का भारतीय निर्यात पर असर सीमित रहेगा. फार्मा और उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे क्षेत्रों में क्षेत्रीय छूट मिलने से भारत की जीडीपी पर इसका जोखिम 1.2% से भी कम आंका गया है. एसएंडपी का मानना है कि अमेरिकी टैरिफ का दीर्घकालिक विकास संभावनाओं पर कोई बड़ा असर नहीं होगा.
एक्सपर्ट्स के अनुसार, एफआईआई की मौजूदा बिकवाली निकट भविष्य में भी जारी रह सकती है, लेकिन प्राइमरी मार्केट में उनकी भागीदारी बताती है कि भारत लंबे समय के लिए निवेश का आकर्षक गंतव्य बना हुआ है. घरेलू निवेशकों का भरोसा और हालिया रेटिंग अपग्रेड बाजार को स्थिर बनाए रखने में मदद करेगा.
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