यस बैंक (Yes Bank) के शेयरहोल्डर्स ने प्रशांत कुमार को एमडी और CEO के तौर पर फिर से अपॉइंट करने के प्रपोजल पर मुहर लगा दी है। अब वह 5 अप्रैल 2026 तक यह जिम्मेदारी संभालते रहेंगे। वैसे उनका कार्यकाल 6 अक्टूबर 2025 को खत्म हो रहा था लेकिन अब एक्सटेंड हो गया है। शेयरहोल्डर्स की ओर से मंजूरी यस बैंक की 21वीं सालाना आम बैठक में मिली। प्रशांत कुमार के एमडी और CEO के तौर पर कार्यकाल विस्तार को RBI से मंजूरी इस साल जून में मिली थी।
साल 2020 में जब लिक्विडिटी के संकट से जूझ रहे बैंक को SBI की अगुआई वाले बैंकों के एक समूह ने उबारा था, तो प्रशांत कुमार को यस बैंक का एमडी और सीईओ बनाया गया था। इससे पहले अक्टूबर 2022 में आरबीआई ने उनका कार्यकाल तीन साल के लिए बढ़ाया था। प्रशांत, SBI में डिप्टी एमडी और सीएफओ भी रह चुके हैं। उन्होंने SBI में 34 साल सर्विस दी।
Yes Bank के शेयरों में गिरावट
यस बैंक के शेयरों में 22 अगस्त को गिरावट है। BSE पर दिन में कीमत पिछले बंद भाव से 1 प्रतिशत गिरकर 19.23 रुपये के लो तक गई। कारोबार बंद होने पर शेयर 0.77 प्रतिशत गिरावट के साथ 19.28 रुपये पर सेटल हुआ। बैंक का मार्केट कैप 60480 करोड़ रुपये है। शेयर की फेस वैल्यू 2 रुपये है। शेयर एक साल में 21 प्रतिशत टूटा है। बैंक में पूरी 100 प्रतिशत हिस्सेदारी पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास है। यस बैंक का शुद्ध मुनाफा अप्रैल-जून 2025 तिमाही में सालाना आधार पर 59.4 प्रतिशत बढ़कर 801.07 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले यह 502.43 करोड़ रुपये था। बैंक ने लगातार सातवीं तिमाही में मुनाफे में बढ़ोतरी देखी। यह बैंक की रीस्ट्रक्चरिंग के बाद से इसकी बेस्ट क्वार्टरली परफॉरमेंस रही।
कुल इनकम 9348.11 करोड़ रुपये रही, जो जून 2024 तिमाही में 8918.14 करोड़ रुपये थी। नेट इंट्रेस्ट इनकम (NII) 5.7% बढ़कर 2,371.5 करोड़ रुपये रही। नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) 2.5% रहा, जो सालाना आधार पर 10 बेसिस पॉइंट्स की बढ़त है। जून 2025 तिमाही में ग्रॉस NPA रेशियो 1.6 प्रतिशत दर्ज किया गया, जो एक साल पहले 1.7 प्रतिशत था। नेट NPA रेशियो 0.3 प्रतिशत रहा, जो जून 2024 तिमाही में 0.5 प्रतिशत था।
जापान की SMBC खरीद रही है 20 प्रतिशत हिस्सेदारी
यस बैंक में जापान की सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन (SMBC) और अन्य निवेशक हिस्सेदारी खरीद रहे हैं। प्रशांत कुमार का कहना है कि यह खरीद सितंबर 2025 तक पूरी हो सकती है। SMBC ने मई में यस बैंक में हिस्सेदारी खरीद की घोषणा की थी। यह 20 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदना चाहती है। यह जापान के दूसरे सबसे बड़े बैंकिंग ग्रुप सुमितोमो मित्सुई फाइनेंशियल ग्रुप, इंक (SMFG) के पूर्ण मालिकाना हक वाली सहायक कंपनी है।
इस साल मई में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) और 7 अन्य लेंडर्स ने यस बैंक में अपनी संयुक्त हिस्सेदारी का 20 प्रतिशत SMBC को बेचने की घोषणा की थी। यह सौदा 13,483 करोड़ रुपये का रहने वाला है। इस वैल्यू पर यह भारत के बैंकिंग सेक्टर में सबसे बड़ा क्रॉस बॉर्डर इनवेस्टमेंट है। लेन-देन पूरा होने के बाद SMBC, यस बैंक में सबसे बड़ा शेयरहोल्डर बन जाएगी।
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