19 साल बाद खुला मालाबार हिल मर्डर केस, आखिरी आरोपी दिल्ली से गिरफ्तार

मुंबई पुलिस ने 2006 में हुए उस खौफनाक कत्ल की गुत्थी आखिरकार सुलझा दी, जिसमें एक शख्स की बेरहमी से हत्या कर उसकी लाश के टुकड़े कर समंदर में फेंक दी गई थी. इस केस का आख़िरी और पांचवां आरोपी प्रेमपाल वाल्मीकी अब पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है. पुलिस ने उसे दिल्ली के ओखला टैंक इलाके से पकड़ा.

क्या था मामला?

मारे गए शख्स का नाम रणसिंह उर्फ करण (30) था. वो पेडर रोड की एक इमारत में काम करता था और तनख्वाह भी अच्छी मिलती थी. रणसिंह गांव गया तो उसने अपनी जगह भाई धरमपाल को नौकरी पर रखवाया. लेकिन जब वो लौटा और अपनी नौकरी वापस मांगी तो इसी बात पर झगड़ा हुआ.

धरमपाल ने अपनी अच्छी खासी नौकरी छोड़ने से इनकार कर दिया. बस, इसी रंजिश में धरमपाल ने अपने भाइयों प्रेमपाल, सतपाल, तेजपाल और वीरपाल के साथ मिलकर रणसिंह का कत्ल कर दिया.

पुलिस ने सभी पर आईपीसी की धारा 302, 201, 34 के तहत मामला दर्ज की थी. दावा है कि  रणसिंह ने अपने दोस्तों, धर्मपाल, प्रेमपाल, वीरपाल उर्फ ​​वीरसिंह सतपाल, प्रेमपाल उर्फ ​​बाबाजी को 15,000 रुपये की आर्थिक मदद भी दी थी. जब उसने उनसे पैसे वापस मांगे, तो आरोपियों ने पैसे वापस करने से इनकार कर दिया. पीड़ित का उनसे झगड़ा हुआ. 

कैसे मिला सुराग?

2006 में राजभवन लोअर गेट के पास समंदर किनारे प्लास्टिक और बेडशीट में लिपटा हुआ शव मिला था. पुलिस को लगा ये हत्या का केस है और छानबीन में सारे भाई पकड़े गए.

साल 2012 में धरमपाल और वीरपाल गिरफ्तार हुए, मगर बाद में जेल में ही उनकी मौत हो गई. जिसके बाद साल 2019 में सतपाल और तेजपाल भी पुलिस के शिकंजे में आ गए और अब 2025 में दिल्ली से प्रेमपाल भी दबोच लिया गया.

पुलिस पूछताछ में प्रेमपाल ने सब कुछ कबूल किया. 19 साल से भागता फिर रहा ये आरोपी अब कानून के शिकंजे में है.

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