दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमला करने वाले आरोपी राजोश खिमजी को पुलिस ने पांच दिन की रिमांड पर लिया है. बुधवार (20 अगस्त) की देर रात ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सामने उसकी पेशी हुई थी, जिसमें 5 दिन की रिमांड की इजाजत मिली. अब पुलिस उससे पूछताछ कर सारे राज उगलवाएगी और यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि उसकी मंशा क्या थी? क्या यह सुनियोजित साजिश थी और क्या इस वारदात में और लोग भी शामिल हैं?
ऐसे कई सवाल हैं जिनके जवाब जल्द से जल्द मिलने जरूरी हैं, क्योंकि मुख्यमंत्री की सुरक्षा एक गंभीर मुद्दा है. दिल्ली पुलिस ने आरोपी हमलावर राजेश खिमजी पर हत्या की कोशिश का केस दर्ज किया है. आरोपी गुजरात के राजकोट का रहने वाला है, इसलिए दिल्ली पुलिस लगातार गुजरात पुलिस के संपर्क में भी रही. जांच में पता चला था की राजेश खिमजी का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है. उसके खिलाफ फौजदारी के पांच केस दर्ज थे.
जन सुनवाई के दौरान रेखा गुप्ता पर किया था हमला
दरअसल, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता बुधवार को जनता से मिलती हैं और उनकी अर्जियां सुनती हैं. यह जनसुनवाई उनके सीएम आवास पर ही होती है. इस दौरान आम जनता वहां कतार में खड़ी होकर अपनी बारी का इंतजार करती है और फिर मुख्यमंत्री से मुलाकात कर अपनी परेशानी साझा करती है. हमलावर राजेश खिमजी भी इसी कतार में लगा था. जब उसकी बारी आई, तो वह सीएम रेखा गुप्ता के पास पहुंचा और उनपर हमला कर दिया.
इस हमले में सीएम के कंधे और सिर पर हल्की चोटें आई थीं. हालांकि, हमला बेहद गंभीर था. बीजेपी नेताओं और मंत्रियों ने दावा किया कि यह कोई छोटा हमला नहीं, बल्कि हत्या की मंशा से किया गया अटैक था.
सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल
देश की राजधानी दिल्ली और दिल्ली का मुख्यमंत्री आवास, सुरक्षा के लिहाज से प्राथमिक होना चाहिए. हालांकि, ऐसे में खुद सीएम पर हुआ हमला कई सवाल खड़े कर देता है. मुख्यमंत्री की सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक कैसे हुई? इसका जिम्मेदार कौन है? इन सबकी जांच भी पुलिस कर रही है.
इस बीच विपक्षी दलों के नेताओं ने भी चिंता जताते हुए यह सवाल किया कि जब दिल्ली की महिला मुख्यमंत्री ही अपने आवास पर सुरक्षित नहीं हैं तो आम महिलाओं की सुरक्षा के लिए चिंता और बढ़ जाती है.
डॉग लवर होने का दावा
एक ओर आरोपी हमलावर राजेश खिमजी की मां भानु बेन ने दावा किया कि उनका बेटा पशु प्रेमी है और कुत्तों की सुरक्षा का मुद्दा लेकर दिल्ली में सीएम रेखा गुप्ता से मिलने गया था. दूसरी ओर यह सामने आया कि राजेश खिमजी का आपराधिक इतिहास है. वह सीएम आवास की रेकी कर चुका है, वीडियो बना चुका है और हमले से पहले एक रात उसने सिविल लाइंस में भी बिताई है. अब पुलिस गहनता से जांच कर मामले को सुलझाने में लगी हुई है.
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