अर्चना तिवारी को नेपाल बॉर्डर से रिकवर कर लिया गया है. उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी से लड़की को पुलिस ने बरामद किया. SRP भोपाल के राहुल कुमार लोढ़ा ने बताया कि 7 और 8 अगस्त की दरमियानी रात इंदौर-बिलासपुर नर्मदा एक्सप्रेस के B-3 कोच से अर्चना तिवारी लापता हो गई थीं.
थाना आरके, MP में मामला दर्ज कर पुलिस लगातार जांच कर रही थी और अब 19 अगस्त को सफलता मिली. इस मामले में उनसे पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
क्या है पूरा मामला
अर्चना तिवारी इंदौर से कटनी जा रही थीं और ट्रेन के B-3 कोच में बर्थ नंबर 3 पर सफर कर रही थीं. कटनी पहुंचने पर उनकी बर्थ खाली मिली, लेकिन उनका बैग और राखी वहीं मौजूद था. अर्चना इंदौर में सिविल जज की तैयारी कर रही थीं और रक्षाबंधन के मौके पर घर लौट रही थीं. परिजनों ने तुरंत जीआरपी कटनी को सूचना दी और रेल मदद पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई.
थाना जीआरपी रानी कमलापति की गुमशुदा मामले में जीआरपी पुलिस को मिली बड़ी सफलता, अर्चना तिवारी को नेपाल बॉर्डर के पास उप्र के लख्मीपुर खीरी से किया बरामद @DGP_MP @JansamparkMP @MPPoliceDeptt @mohdept @grpmpcontrol pic.twitter.com/5NyFTo7pMV
— SP Bhopal (Railway) (@BhopalSrp) August 19, 2025
12 दिनों के लगातार अभियान के बाद मिली सफलता
जीआरपी प्रभारी अनिल मरावी ने बताया था कि अर्चना की अंतिम बातचीत उनकी मां से गुरुवार रात 10:16 बजे हुई थी. इसके बाद उनका फोन स्विच ऑफ हो गया और मोबाइल की आखिरी लोकेशन भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन के पास दर्ज हुई. पुलिस ने पिछले 12 दिनों से जंगलों और कई इलाकों में तलाशी अभियान चलाया. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच जारी थी और साइबर टीम भी इस मामले में सक्रिय थी.
अर्चना तिवारी को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी, नेपाल बॉर्डर के पास से बरामद किया गया. SRP की टीम ने बताया कि अब उनसे पूछताछ की जाएगी ताकि पता चल सके कि गायब होने के पीछे क्या वजह थी और इसमें कोई अन्य व्यक्ति शामिल तो नहीं था. इस केस की जांच जारी है और सुरक्षा एजेंसियां लगातार इस पर नजर बनाए हुए हैं.
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