क्या यही है सोना खरीदने का ‘गोल्डन चांस’! लगातार चौथे दिन लुढ़के भाव, 1 लाख से नीचे आई कीमत

Gold-Silver Price Today: त्योहारी और शादी-ब्याह के सीजन से ठीक पहले, सोना खरीदने की योजना बना रहे लोगों के लिए एक बड़ी और अच्छी खबर है. सोने और चांदी की आसमान छूती कीमतों पर अब ‘ब्रेक’ लग गया है. कीमती धातुओं के दाम मंगलवार को लगातार चौथे कारोबारी दिन भी लुढ़क गए. सोने की कीमत अब ₹99,200 प्रति 10 ग्राम के अहम स्तर से भी नीचे आ गई है, वहीं चांदी का भाव भी ₹1.14 लाख प्रति किलो से कम हो गया है.

बाजार में आई इस नरमी ने खरीदारों के मन में यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या यह सोना खरीदने का सही और ‘गोल्डन’ मौका है? तो चलिए, जानते हैं कि आज सोने-चांदी का भाव क्या है, यह गिरावट क्यों आ रही है, और आगे क्या हो सकता है.

आज क्या है सोने-चांदी का नया भाव?

इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) द्वारा मंगलवार शाम को जारी किए गए आधिकारिक रेट्स के अनुसार, सोने और चांदी, दोनों की चमक फीकी पड़ी है:

24 कैरेट सोना (सबसे शुद्ध): ₹455 की बड़ी गिरावट के साथ ₹99,168 प्रति 10 ग्राम पर आ गया.

22 कैरेट सोना (गहनों के लिए): इसका भाव भी टूटकर ₹90,838 प्रति 10 ग्राम हो गया है.

18 कैरेट सोना: इसकी कीमत भी कम होकर ₹74,376 प्रति 10 ग्राम हो गई है.

चांदी: सोने की तरह ही, चांदी के दाम में भी ₹425 की गिरावट आई है, और यह ₹1,13,625 प्रति किलोग्राम पर आ गई है.

क्यों गिर रहा है सोना?

सोने की कीमतों में इस लगातार गिरावट के पीछे कुछ बड़े वैश्विक कारण हैं. एलकेपी सिक्योरिटीज के विशेषज्ञ जतिन त्रिवेदी के अनुसार, बाजार अभी एक बड़ी घटना का इंतजार कर रहा है.

सबकी नजरें ‘जैक्सन होल’ की मीटिंग पर

जैक्सन होल, अमेरिका में एक जगह है जहां हर साल दुनिया के सबसे बड़े और सबसे शक्तिशाली केंद्रीय बैंकों (जैसे अमेरिका का फेडरल रिजर्व) के प्रमुखों की एक बड़ी मीटिंग होती है. इस शुक्रवार को, इस मीटिंग में अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन, जेरोम पॉवेल, एक भाषण देने वाले हैं. पूरी दुनिया के निवेशक उनकी एक-एक बात को बहुत ध्यान से सुनेंगे.

अगर पॉवेल अपने भाषण में यह संकेत देते हैं कि अमेरिका में महंगाई को काबू करने के लिए भविष्य में ब्याज दरें बढ़ाई जा सकती हैं, तो इससे डॉलर मजबूत होगा. और जब डॉलर मजबूत होता है, तो सोने की कीमतें गिरती हैं. अगर वे ब्याज दरों को लेकर कोई नरम रुख अपनाते हैं, तो डॉलर कमजोर हो सकता है और सोने की कीमतों को फिर से सहारा मिल सकता है.

इस साल अब तक दिया है 30% से ज्यादा का बंपर रिटर्न

इस गिरावट के बावजूद, यह नहीं भूलना चाहिए कि इस साल सोना और चांदी, दोनों ही निवेशकों के लिए ‘सुपरस्टार’ साबित हुए हैं. 1 जनवरी, 2025 से अब तक सोना ₹76,162 से ₹23,006 (30.20%) बढ़कर ₹99,168 पर पहुंचा है. वहीं, चांदी भी ₹86,017 से ₹27,608 (32.09%) बढ़कर ₹1,13,625 पर पहुंची है.

अब क्या करें? खरीदें, बेचें या इंतजार करें?

यह सबसे बड़ा सवाल है. एक्सपर्ट जतिन त्रिवेदी का मानना है कि बाजार अभी एक सीमित दायरे में रहेगा. उन्होंने अनुमान जताया है कि सोना ₹99,000 से ₹1,00,000 के बीच कारोबार कर सकता है. यह खरीदारी का एक अच्छा मौका हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें आने वाले त्योहारों या शादियों के लिए गहने खरीदने हैं. चार दिनों की गिरावट के बाद कीमतें थोड़ी आकर्षक हो गई हैं. आप चाहें तो इस मौके पर थोड़ी खरीदारी कर सकते हैं और थोड़ी खरीदारी जैक्सन होल मीटिंग के बाद के लिए बचाकर रख सकते हैं.

जबकि, निवेशकों को अभी ‘देखो और इंतजार करो’ की रणनीति अपनानी चाहिए. बाजार की नजरें पूरी तरह से जेरोम पॉवेल के भाषण पर टिकी हैं. उनके भाषण के बाद ही बाजार अपनी अगली दिशा तय करेगा.

वायदा बाजार (MCX) में भी दिखी नरमी

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर भी सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट देखने को मिली. सोना (अक्टूबर कॉन्ट्रैक्ट) 0.22% की गिरावट के साथ ₹99,182 पर था. जबकि, चांदी (सितंबर कॉन्ट्रैक्ट) 0.12% की गिरावट के साथ ₹1,13,456 पर थी.

निष्कर्ष (Conclusion)

सोने और चांदी की कीमतों में लगातार चार दिनों से आ रही गिरावट खरीदारों के लिए एक राहत की सांस लेकर आई है. हालांकि, यह गिरावट स्थायी है या अस्थायी, इसका फैसला इस हफ्ते के अंत में अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन के भाषण से होगा. यह घटना हमें याद दिलाती है कि सोने की कीमतें सिर्फ स्थानीय मांग-आपूर्ति पर ही नहीं, बल्कि वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक घटनाओं से कितनी गहराई से जुड़ी होती हैं. तब तक के लिए, अगर आप खरीदारी का मन बना रहे हैं, तो यह एक अच्छा अवसर हो सकता है, लेकिन निवेशकों को कोई भी बड़ा कदम उठाने से पहले शुक्रवार तक का इंतजार करना चाहिए.

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

सवाल 1: सोने की कीमत में लगातार गिरावट क्यों आ रही है?

जवाब: इसका मुख्य कारण अमेरिकी फेडरल रिजर्व की जैक्सन होल में होने वाली बैठक है. निवेशक चेयरमैन जेरोम पॉवेल के भाषण का इंतजार कर रहे हैं, जिससे भविष्य में ब्याज दरों का संकेत मिलेगा. इसी अनिश्चितता के कारण लोग थोड़ी मुनाफावसूली कर रहे हैं.

सवाल 2: क्या यह सोना खरीदने का सही समय है?

जवाब: खरीदारों के लिए यह एक अच्छा मौका हो सकता है क्योंकि चार दिनों की गिरावट के बाद कीमतें थोड़ी कम हुई हैं. हालांकि, कीमतों में और उतार-चढ़ाव संभव है.

सवाल 3: जैक्सन होल मीटिंग क्या है और यह इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

जवाब: यह दुनिया के केंद्रीय बैंकरों की एक वार्षिक संगोष्ठी है. यहां अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन का भाषण दुनिया भर के वित्तीय बाजारों के लिए दिशा तय करता है, क्योंकि यह अमेरिका की भविष्य की मौद्रिक नीति का संकेत देता है.

सवाल 4: IBJA रेट्स और दुकान के रेट में अंतर क्यों होता है?

जवाब: IBJA हाजिर बाजार का औसत कच्चा भाव जारी करता है. ज्वेलर इस भाव पर 3% GST और अपना मेकिंग चार्ज (8% से 15% तक) जोड़ते हैं, जिससे गहनों का अंतिम भाव बढ़ जाता है.

सवाल 5: अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव क्या चल रहा है?

जवाब: अंतरराष्ट्रीय बाजार (कॉमैक्स) में सोने की कीमत 0.10% बढ़कर 3,381 डॉलर प्रति औंस और चांदी की कीमत 0.27% बढ़कर 38.13 डॉलर प्रति औंस पर है.

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