साइबर अपराधियों के चंगुल में बुरा फंसा 52 वर्षीय व्यक्ति, ट्रेडिंग के चक्कर में लगी 2.36 करोड़ की चपत

हैदराबाद में साइबर अपराधियों ने एक 52 वर्षीय व्यक्ति को 2 करोड़ रुपये से अधिक की चपत लगा दी है. इसकी शुरुआत पीड़ित व्यक्ति को एक व्हाट्सऐप ग्रुप में शामिल करने से हुई और बाद में उसे एक फर्जी ऐप के जरिए बढ़ा-चढ़ाकर मुनाफा दिखाया गया. पीड़ित व्यक्ति लालच में आ गया और उसने बड़ी रकम ट्रांसफर कर दी. जब उसे कोई रिटर्न नहीं मिला तो उसे फ्रॉड होने का अहसास हुआ. आइए पूरा मामला जानते हैं.

निवेश पर मुनाफे का दिया लालच

मनीकंट्रोल के अनुसार, 52 वर्षीय पीड़ित व्यक्ति प्राइवेट सेक्टर में काम करता है. उसने पुलिस को बताया कि उसे शून्य नाम के एक व्हाट्सऐप ग्रुप में शामिल किया गया. इस ग्रुप में AI-पावर्ड स्टॉक टिप्स और ट्यूटोरियल मिलते थे. भरोसा जीतने के लिए आरोपियों ने पीड़ित व्यक्ति को एक मोबाइल ऐप में उसके निवेश पर हुए मुनाफे को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया. इससे खुश होकर पीड़ित ने बड़ी रकम निवेश करनी शुरू कर दी. जब उसने अपना पैसा निकालना चाहा तो उसे बताया गया विड्रॉल करने के लिए और पेमेंट की जरूरत है. 

करोड़ों रुपये कर दिए ट्रांसफर

निवेश पर दिखाए जा रहे मुनाफे से खुश होकर पीड़ित व्यक्ति ने अलग-अलग बार में कुल 2.36 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए. बाद में जब उसने अपना पैसा निकालना चाहा तो उसे पता चला कि उसके साथ फ्रॉड हुआ है. इसे लेकर उसने पुलिस में शिकायत दी है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है. 

खुद को कैसे रखें सुरक्षित?

आजकल साइबर अपराधों की बाढ़ आई हुई है. हर दिन बड़ी संख्या में लोग इन अपराधियों का शिकार बनकर अपनी मेहनत की कमाई गंवा रहे हैं. ऐसे में साइबर अपराधों से बचने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है.

-सोशल मीडिया पर दिखाए जा रहे लुभावने विज्ञापनों के लालच में न आएं.
-ट्रेडिंग के लिए हमेशा मार्केट रेगुलेटर से मान्यता प्राप्त प्लेटफॉर्म्स का ही इस्तेमाल करें.
-अगर कोई व्हाट्सऐप या टेलीग्राम पर निवेश से संबंधी सलाह दे रहा है तो उस पर आंख बंद कर भरोसा न करें.
-ऐसी किसी भी योजना या वादे के लालच में न आएं, जिसमें सामान्य से अधिक रिटर्न का लालच दिया गया हो.
-अगर कोई ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म संदिग्ध लग रहा है तो तुरंत साइबर एजेंसियों में इसकी रिपोर्ट करें.

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