भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने शुक्रवार (14 अगस्त) को स्पष्ट किया कि यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल में शामिल हुमायूं का मकबरा ‘पूरी तरह से ठीक स्थिति’ में है. एएसाई ने साफ तौर पर बताया कि दक्षिणी दिल्ली में इमारत की दीवार ढहने की घटना इस स्मारक से संबंधित नहीं हैं.
साथ ही, एएसआई ने 16वीं सदी के इस स्मारक से सटे ‘एक असुरक्षित ढांचे’ में हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे पर खेद व्यक्त किया.
घायलों को ले जाया गया AIIMS
पुलिस ने बताया कि दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में हुमायूं के मकबरे के पास एक दरगाह की दीवार गिरने से शुक्रवार शाम 5 से 6 लोगों की मौत हो गई. वहीं, चार अन्य घायल हो गए. घायलों को आखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के ट्रॉमा सेंटर भेजा गया और एक को LNJP अस्पताल ले जाया गया.
मकबरे के गुंबद के क्षतिग्रस्त होने का किया गया था दावा
शुरुआती रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि मकबरे के ‘एक गुंबद का एक हिस्सा ढह गया’ था. एएसआई ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘हम दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में स्थित पट्टे शाह दरगाह में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हैं. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण घटनास्थल की निकटता के कारण दुर्घटना में फंसे लोगों की सहायता के लिए पहुंच सकता है.’’
स्मारक ठीक स्थिति में- ASI
एएसआई ने पोस्ट में कहा कि हुमायूं का मकबरा एकदम ठीक स्थिति में है और यह खबर इस स्मारक से संबंधित नहीं है. यूनेस्को की वेबसाइट के अनुसार, हुमायूं का मकबरा 27.04 हेक्टेयर के परिसर में स्थित है, जिसमें अन्य समकालीन संरचनाएं भी मौजूद हैं.
ढही थी दरगाह शरीफ पत्ते वाली की दीवार
दरअसल, शुक्रवार को दिल्ली में भारी बारिश के बीच दरगाह शरीफ पत्ते वाली की 50 साल पुरानी दीवार और छत गिर गए थे. मलबे में दबने से तीन महिलाओं समेत कुल 6 लोगों की मौत हो गई. शुक्रवार की दोपहर 3.55 पर निजामुद्दीन पुलिस को इस बात की सूचना दी गई थी कि यहां एक बड़ा हादसा हुआ, जिसके बाद बचाव और राहत कार्य शुरू किया गया.
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