जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में फटा बादल, भारी तबाही की आशंका

Cloud burst in Kishtwad: उत्तराखंड, हिमाचल के बाद अब जम्मू-कश्मीर में बादल फटने की घटना सामने आई है। गुरुवार दोपहर जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ के पड्डर के चिशोती गांव में मचैल माता मंदिर के पास में बादल फट गया। इससे वहां अचानक बाढ़ आ गई। मामले में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने किश्तवाड़ के डीसी पंकज शर्मा से फोन पर जानकारी ली है। घटना में भारी तबाही की आशंका जताई जा रही है। मौके पर राहत बचाव का काम शुरू कर दिया गया है। घटना में बाढ़ में एक कार फंसने का भी विडियो सामने आया है। दूसरी ओर कश्मीर के राजौरी और मेंढर से भी बाद फटने की जानकारी सामने आ रही है।

बचाव दल हुआ रवाना

केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने एक्स पर पोस्ट पर जानकारी दी है कि स्थानीय विधायक सुनील कुमार शर्मा से तत्काल संदेश मिलने के बाद अभी-अभी किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज कुमार शर्मा से बात की। चोसिटी क्षेत्र में भीषण बादल फटा है, जिससे बड़ी जनहानि हो सकती है। प्रशासन तुरंत कार्रवाई में जुट गया है, बचाव दल को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया है। नुकसान का आकलन किया जा रहा है और आवश्यक बचाव एवं चिकित्सा प्रबंधन की व्यवस्था की जा रही है।

श्रद्धालुओं में मची चीख-पुकार

किश्तवाड़ में चिशोती गांव में बादल फटा है। इस स्थान से मचैल माता मंदिर की यात्रा शुरू होती है। बादल फटने के समय यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। बादल फटने के बाद यहां भक्तों में चीख-पुकार मच गई। घटना के बाद का एक विडियो सामने आया है। जिसमें कई श्रद्धालु रोते हुए अपने परिजन को गोद में ले जाते हुए दिख रहे हैं। हालांकि अभी तक मौत की पुष्टि नहीं हुई है।

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मौसम विभाग ने जताई थी बादल फटने की आशंका

श्रीनगर मौसम केंद्र ने अगले 6 घंटों के दौरान प्रदेश के कई स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश की आशंका जताई है। किश्तवाड़ के पहाड़ी इलाकों, काजीगुंड बनिहाल रामबन अक्ष पर तेज बारिश का बताया। इसके अलावा विभाग ने कुछ संवेदनशील स्थानों और पहाड़ी इलाकों में बादल फटने, अचानक बाढ़ आने, भूस्खलन की आशंका जताई है। वुलर झील, डल झील समेत सभी तालाबों में सभी गतिविधियां बंद कर दी गई हैं।

उपराज्यपाल ने दिए निर्देश

बादल फटने के बाद उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने एक्स प्लेटफॉर्म पर लिखा कि किश्तवाड़ में बादल फटने से व्यथित हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। सिविल, पुलिस, सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ अधिकारियों को बचाव एवं राहत कार्यों को और तेज करने और प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए।

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