डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बीच 15 अगस्त 2025 को अलास्का में बैठक होनी है। चर्चा चल रही थी कि इस बैठक में यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की भी शामिल होंगे। सोमवार को डोनाल्ड ट्रंप ने साफ कर दिया कि इस अलास्का की बैठक में जेलेंस्की शामिल नहीं होंगे। अलास्का में सिर्फ पुतिन के साथ बैठक होगी। इस दौरान पुतिन से सीजफायर के लिए अनुरोध किया जाएगा और उनकी शर्तों पर गौर किया जाएगा।
दो मिनट में समझ आ जाएगा, क्या चाहते हैं पुतिन?
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अलास्का में पुतिन से यूक्रेन के साथ युद्ध को खत्म करने पर बात की जाएगी। सीजफायर पर सहमति बनने की उम्मीद भी है। उन्होंने कहा कि पुतिन मुलाकात के शुरुआती 2 मिनट सबसे अहम होंगे। इस दो मिनट में वे पुतिन के मूड के बारे में जान जाएंगे। पता चल जाएगा कि वे यूक्रेन के साथ सीजफायर करने के मूड में हैं या नहीं। ट्रंप ने कहा कि इस बैठक के बाद वे यूक्रेन राष्ट्रपति से भी मुलाकात करेंगे। फिलहाल उन्हें मैंने फोन करके अलास्का आने के लिए मना कर दिया है।
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सीजफायर लागू करना पहली प्राथमिकता
ट्रंप ने दोनों देशों के बीच लगभग साढ़े तीन साल से चल रहे युद्ध को समाप्त करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि उन्हें इस मुद्दे पर पुतिन के साथ रचनात्मक बातचीत की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता रूस और यूक्रेन के बीच सीजफायर लागू करना है।
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ट्रंप ने रूस को दी धमकी
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने बयान में कहा है कि अगर रूस बातचीत के दौरान सीजफायर करने को तैयार नहीं होते हैं तो उन पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। ट्रंप के बयान से ऐसा ही कुछ जाहिर हो रहा है। उन्होंने कहा है कि रूसी तेल पर प्रतिबंध सहित कड़े आर्थिक कदम जाएंगे। ट्रंप और पुतिन के बीच मुलाकात को वैश्विक कूटनीति के लिए भी काफी अहम माना जा रहा है।
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