Voltas Share Price: टाटा ग्रुप की एसी-फ्रिज बेचने वाली कंपनी वोल्टास के शेयरों का लेन-देन आज भारी गिरावट के साथ शुरू ही हुआ। जून तिमाही के कमजोर कारोबारी नतीजे पर इसमें बिकवाली का भारी दबाव दिखा और बिकवाली की होड़ में भाव करीब 8% टूट गए। निचले स्तर पर खरीदारी के बावजूद शेयर संभल नहीं पाए और आज बीएसई पर यह 4.58% की गिरावट के साथ ₹1244.00 के भाव पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 7.79% फिसलकर ₹1202.20 के भाव तक आ गया था। अब आगे की बात करें तो ब्रोकरेज फर्म सीएलएसए ने इसकी होल्डिंग को बरकरार तो रखा है लेकिन टारगेट प्राइस में कटौती कर दी है। एक साल में शेयरों के चाल की बात करें तो पिछले साल 20 सितंबर 2024 को यह एक साल के हाई ₹1946.20 पर था जिससे 5 महीने में यह 41.65% फिसलकर 1 फरवरी 2025 को एक साल के निचले स्तर ₹1135.55 पर आ गया था।
कैसी है Voltas की कारोबारी सेहत?
चालू वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही अप्रैल-जून 2025 में वोल्टास का शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 58% गिरकर ₹140.6 करोड़ पर आ गया। प्रतिकूल मौसम और गर्मियों की सुस्त मांग ने इसके कूलिंग प्रोडक्ट सेल्स पर असर डाला जिससे मुनाफे को झटका लगा। जून तिमाही में सालाना आधार पर कंपनी का रेवेन्यू 20% गिरकर ₹3,938.6 करोड़ पर आ गया तो ऑपरेटिंग प्रॉफिट गिरकर लगभग आधे पर यानी ₹178.6 करोड़ पर आ गया। इस दौरान कंपनी का ऑपरेटिंग मार्जिन भी 8.6% से सिकुड़कर 4.5% पर आ गया। मैनेजमेंट के मुताबिक देरी से गर्मी आने और मानसून के जल्द आने के चलते एयर-कंडीशनर (एसी) की बिक्री पर असर पड़ा। यूनिटरी कूलिंग प्रोडक्ट्स (UCP) सेगमेंट का रेवेन्यू 25% गिर गया और मार्जिन फिसलकर 10 साल के निचले स्तर 3.6% पर आ गया। मार्केट में इसका दबदबा भी 19.5% से गिरकर 17.8% पर आ गया।
क्या है एनालिस्ट्स का रुझान?
सीएलएसए ने वोल्टास की होल्ड रेटिंग को बरकरार रखा है लेकिन जून तिमाही में रेवेन्यू और ऑपरेटिंग प्रॉफिट में गिरावट के चलते टारगेट प्राइस को घटाकर ₹1170 कर दिया है। हालांकि सीएलएसए का मानना है कि दिसंबर तिमाही से रिकवरी हो सकती है लेकिन पूरे वित्त वर्ष में जीरो से लेकर ग्रोथ में 10% तक की गिरावट दिख सकती है। हाई इंवेंटरी के चलते यूटिलाइजेशन और मार्जिन पर दबाव जारी रह सकता है।
एक और ब्रोकरेज फर्म नोमुरा की बात करें तो इसने वोल्टास को फिर से न्यूट्रल रेटिंग दी है और टारगेट प्राइस ₹1,317 पर फिक्स किया है। ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि जून तिमाही में इसका यूसीपी मार्जिन उम्मीद से काफी अधिक कमजोर रही। नोमुरा ने आगाह किया है कि रिकवरी की उम्मीदों के बावजूद कॉम्पटीशन के चलते मार्जिन पर दबाव बना रहा सकता है। ब्रोकरेज फर्म ने वित्त वर्ष 2026 के रेवेन्यू ग्रोथ के अनुमान में 5% की कटौती की है लेकिन वित्त वर्ष 2027 के अनुमान को 20% और वित्त वर्ष 2028 के अनुमान को 15% पर बरकरार रखा है। यूसीपी रेवेन्यू की बात करें तो वित्त वर्ष 2026 के लिए नोमुरा ने इसके अनुमान को 6% और वित्त वर्ष 2027 के लिए 24% घटा दिया है।
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