जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शनिवार (9 अगस्त) को अवामी इत्तेहाद पार्टी (एआईपी) के कार्यकर्ताओं और नेताओं के विरोध मार्च को विफल कर दिया और उनमें से कई को हिरासत में ले लिया. शेख राशिद के भाई और विधायक लंगेट शेख खुर्शीद के नेतृत्व में यह मार्च आतंकवाद के वित्तपोषण के आरोप में छह साल की कैद पूरी होने की पूर्व संध्या पर आयोजित किया गया था.
हाथों में प्लाईकार्ड लिए और नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारी सरकार से पार्टी अध्यक्ष और सांसद इंजीनियर राशिद, जो वर्तमान में नई दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं, और देश भर की विभिन्न जेलों में बंद अन्य राजनीतिक कैदियों को रिहा करने की मांग कर रहे थे.
बिना किसी आरोपपत्र के जेल में हैं बंद
प्रदर्शनकारियों ने अन्य राजनीतिक बंदियों की रिहाई की भी मांग की. प्रदर्शनकारियों ने इंजीनियर राशिद की रिहाई के लिए तख्तियां और बैनर लिए हुए थे, जिन्हें आतंकवाद के वित्तपोषण के एक मामले में गिरफ्तार किया गया है और पिछले 7 सालों से बिना किसी आरोपपत्र के जेल में बंद हैं.
कई पार्टी नेता प्रदर्शन में हुए शामिल
इश्तियाक कादरी, नज़ीर अहमद खान, शेख खुर्शीद और फिरदौस बाबा सहित कई पार्टी नेता इस प्रदर्शन में शामिल हुए, जिन्होंने लंबी और अनुचित हिरासत की ओर ध्यान आकर्षित किया.
इंजीनियर राशिद को जेल में सात साल हो गए हैं पूरे
विधायक शेख खुर्शीद ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि आज इंजीनियर राशिद को जेल में सात साल पूरे हो गए हैं. उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से अपील की कि वे भारत की विभिन्न जेलों में बंद राजनीतिक बंदियों के पक्ष में आवाज़ उठाएं और उनकी रिहाई की मांग करें.
कश्मीर के लोगों द्वारा इंजीनियर राशिद को दिए गए लोकतांत्रिक जनादेश पर प्रकाश डालते हुए, शेख खुर्शीद ने ज़ोर देकर कहा, “उन्हें संसद में लोगों का प्रतिनिधित्व करने के लिए भेजा गया था, न कि व्यक्तिगत कारणों से. यह प्रतिबंध अन्यायपूर्ण है और लोकतंत्र पर बोझ है.“
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