कश्मीर में लगातार रेल आवागमन का विस्तार हो रहा है। दुर्गम क्षेत्रों को टनल और ब्रिज के जरिए जोड़ा जा रहा है। अब सामानों की ढुलाई में ऐतिहासिक शुरुआत हुई है। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में सामान लेकर पहली मालगाड़ी जब पहुंची, तो स्वागत के लिए कई लोग खड़े दिखाई दिए। इस उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुशी जाहिर की है।
उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना के बनिहाल-संगलदान-रियासी-कटरा खंड के परिचालन की शुरुआत का भी यह प्रतीक है। इससे न सिर्फ स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि सामानों की आवाजाही भी आसान हो सकेगी। अभी तक श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग के माध्यम से सामान की आवाजाही होती थी, जिसमें कई परेशानियां आती थीं।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पहली ट्रेन की यात्रा का एक वीडियो भी साझा किया है, जिसमें ट्रेन को टनल, ब्रिज समेत दुर्गम इलाकों से गुजरते हुए देखा जा सकता है। वीडियो साझा कर रेल मंत्री ने लिखा कि कश्मीर घाटी के लिए पहली मालगाड़ी आज चली। 9.8.2025 को पंजाब से पहली मालगाड़ी कश्मीर घाटी में अनंतनाग गुड्स शेड पहुँची, जो कश्मीर क्षेत्र को माल ढुलाई नेटवर्क से जोड़ने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। रेलवे नेटवर्क द्वारा परिवहन से कश्मीर घाटी में रहने वाले हमारे नागरिकों के लिए लागत कम होगी।
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पर खुशी जाहिर करते हुए लिखा कि जम्मू-कश्मीर में वाणिज्य और कनेक्टिविटी के लिए यह एक बेहतरीन दिन है! इससे प्रगति और समृद्धि दोनों बढ़ेंगी। बता दें कि इससे पहले जून महीने में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लाइन परियोजना केवल एक नाम नहीं है, बल्कि जम्मू-कश्मीर की नई ताकत का प्रतीक और भारत की बढ़ती क्षमताओं का प्रमाण है।
यह भी पढ़ें : ‘ऑपरेशन सिंदूर में पाक के 5 विमान तबाह’, वायु सेना प्रमुख का बड़ा बयान
बता दें कि कुल 272 किलोमीटर लंबी उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) परियोजना हाल ही में शुरू की गई है। यह परियोजना जम्मू-कश्मीर के उधमपुर, रियासी, रामबन, श्रीनगर, अनंतनाग, पुलवामा, बडगाम और बारामूला जिलों को जोड़ती है।
Read More at hindi.news24online.com