इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू प्रधानमंत्री मोदी को टैरिफ मामले में देना चाहते है सलाह

नई दिल्ली। भारत और अमेरिका के बीच दोस्ती में लगातार दरार बढ़ता ही जा रहा है। अमेरिका एक तरफ भारत से व्यापार भी करना चाह रहा है वही दूसरी तरफ भारत पर लगातार टैरिफ वार कर रहा है। अमेरिका के राष्टपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया था और अब उसको बढ़ा कर 50 प्रतिशत कर दिया है। इस बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भारत और अमेरिका के बीच चल रहे टैरिफ विवाद पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि इस मसले का हल निकालना दोनों देशों के हित में होगा। उन्होने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वह कुछ सलाह देना चाहते है, लेकिन यह सलाह सर्वाजिनक नहीं देंगी।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए नेतन्याहू ने कहा कि मोदी और ट्रंप दोनों मेरे बेहतरीन मित्र हैं। मैं मोदी को कुछ सलाह जरूर देना चाहूंगा, लेकिन निजी तौर पर। उन्होंने आगे कहा कि भारत-अमेरिका संबंधों की नींव मजबूत है और दोनों देशों को ‘कॉमन ग्राउंड’ तलाश कर टैरिफ जैसे मुद्दों को सुलझाना चाहिए। उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस प्रकार का समाधान इजरायल के लिए भी सकारात्मक होगा क्योंकि भारत और अमेरिका दोनों उसके महत्वपूर्ण सहयोगी हैं। प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने भारत के प्रति अपने लगाव को दोहराते हुए कहा, “मुझे भारत की बहुत याद आती है। उन्होंने 2018 में अपनी भारत यात्रा को याद करते हुए कहा कि भारत एक अद्भुत देश है और वह फिर से आना चाहेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि इजरायल और भारत के बीच डाटा स्क्रीनिंग और सोशल मीडिया निगरानी तकनीक पर सहयोग जारी है।

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टैरिफ मुद्दा जल्द सुलझा आतंकवाद से लड़ाई पर करे फोकस

नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल भारत के साथ रक्षा और आर्थिक समझौते जल्द से जल्द फाइनल करना चाहता है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि इजरायल से भारत को मिले सैन्य उपकरण ऑपरेशन सिंदूर के दौरान कारगर साबित हुए और ये सिस्टम लैब में नहीं, बल्कि असली युद्ध में टेस्ट किए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत और इजरायल दोनों को सीमा-पार आतंकवाद से निपटने की चुनौती है और इस दिशा में इजरायल भारत की हवाई निगरानी प्रणाली को मजबूत करने में मदद कर सकता है। उनके अनुसार, केवल खुफिया जानकारी ही नहीं, बल्कि ज़मीनी स्तर पर भी तैयारी जरूरी है ताकि हमलों को पहले ही रोका जा सके।प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने तेल अवीव से बेंगलुरु के बीच सीधी उड़ान शुरू करने की इच्छा भी जताई। उन्होंने कहा कि यह रूट केवल छह घंटे का होगा, जो सैन फ्रांसिस्को की उड़ान से भी कम समय में पूरा किया जा सकता है। उन्होंने भारत-इजरायल संबंधों को और गहराने की उम्मीद जताई।

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