बस्ती में बाढ़ कहर, डीएम ने लिया प्रभावित गांव का जायजा, व्य्वस्थायाओं को लेकर अधिकारियों को चेताया

यूपी के बस्ती में सरयू नदी की बाढ़ ने सुविखाबाबू गांव के लोगों का जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है. इस गंभीर स्थिति का जायजा लेने के लिए जिला अधिकारी रवीश कुमार गुप्ता ने मोटरबोट से बाढ़ प्रभावित गांव का दौरा किया और ग्रामीणों की समस्याओं को सुना. उनके साथ उच्च-स्तरीय अधिकारियों की टीम भी मौजूद थी, जिसने राहत कार्यों की स्थिति का निरीक्षण किया.

डीएम ने मोटरबोट के जरिए सुविखाबाबू गांव पहुंचकर वहां की स्थिति का आकलन किया. गांव के बीच बने पंचायत भवन, जो बाढ़ के दौरान राहत कार्यों का केंद्र है, का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान डीएम ने पाया कि पंचायत भवन में बुनियादी सुविधाओं जैसे कुर्सी-मेज और अन्य आवश्यक सामानों की कमी है. इस पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने एसडीएम को निर्देश दिया कि बीडीओ तत्काल प्रभाव से सभी जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें.

स्वास्थ्य सेवाओं और बिजली व्यवस्था पर विशेष जोर

डीएम ने स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता देते हुए निर्देश दिया कि पंचायत भवन में 24 घंटे चिकित्सा कैंप संचालित किया जाए. इस कैंप में चिकित्सकों की टीम तैनात रहेगी ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत इलाज उपलब्ध हो सके. इसके अलावा रात के समय बिजली कटौती की समस्या को गंभीरता से लेते हुए, उन्होंने गांव में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए तत्काल उपाय करने के आदेश दिए.

राहत सामग्री वितरण में देरी पर सख्ती

ग्रामीणों ने डीएम को बताया कि उन्हें अभी तक बाढ़ राहत सामग्री नहीं मिली है. इस पर जिला अधिकारी ने राजस्व कर्मियों को सख्त निर्देश दिए कि सभी जरूरतमंदों तक जल्द से जल्द राहत सामग्री पहुंचाई जाए. उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रशासन बाढ़ पीड़ितों की हर संभव मदद करेगा.

एडीएम प्रतिपाल सिंह चौहान ने बताया कि डीएम के नेतृत्व में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया गया. राहत सामग्री वितरण, स्वास्थ्य सेवाएं, और बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए तत्काल कदम उठाए जा रहे हैं. फसल नुकसान का आकलन भी शुरू कर दिया गया है.

फसल नुकसान का आकलन शुरू

बाढ़ के कारण किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है. डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि फसल नुकसान का तत्काल आकलन कर रिपोर्ट तैयार की जाए, ताकि प्रभावित किसानों को शीघ्र मुआवजा प्रदान किया जा सके.

Read More at www.abplive.com