संसद में SIR पर चर्चा की मांग को लेकर दोनों सदनों में जबरदस्त हंगामा देखने को मिल रहा है। दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गई है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि राज्यसभा में CISF के जवान तैनात कर दिए गए हैं। इसको लेकर कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि इससे सदन की गरिमा को चोट पहुंची है, जबकि सत्ता पक्ष का कहना है कि जिन्हें CISF का जवान कहा जा रहा है, वे मार्शल हैं।
कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी का वीडियो वायरल
इसी बीच कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी का एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है, जिसमें वह कह रही हैं कि “सिर कटेगा लेकिन झुकेगा नहीं”। दरअसल, राज्यसभा में CISF की तैनाती को लेकर चल रहे विवाद पर मीडिया से बात करते हुए रेणुका चौधरी ने कहा कि उन्हें लगता है कि अगर CISF बुला लेंगे तो हम डर जाएंगे।
उन्होंने आगे कहा कि हम अपना सिर कटवा लेंगे, पर उनके आगे नहीं झुकेंगे। हम कुएं में खड़े हो जाएंगे और हमें उनकी इजाजत की जरूरत नहीं है। हमने कोई गैरकानूनी काम नहीं किया। CISF क्यों आई? क्या हम आतंकवादी हैं या नक्सली? वे आतंकवादियों और विद्रोहियों को नहीं पकड़ रहे हैं। ऑपरेशन सिंदूर में शामिल लोगों को पकड़ने में उन्हें इतने दिन लग गए और पता नहीं कौन मारा गया। एक अन्य बयान में उन्होंने कहा कि “सिनेमा देखकर इनका (सरकार का) दिमाग खराब हो गया है।”
यहां देखें वीडियो
सोशल मीडिया पर रेणुका चौधरी का यह बयान खूब वायरल हो रहा है। कई सोशल मीडिया अकाउंट्स से X (पूर्व में ट्विटर) पर इस वीडियो को शेयर किया गया है। कुछ लोग उनके इस बयान को लेकर खिंचाई कर रहे हैं, तो कुछ ने इसे सरकार पर तीखा हमला करार दिया है। एक सोशल मीडिया यूज़र ने लिखा कि “ये खुद ही फिल्मों के डायलॉग बोल रही हैं और कह रही हैं कि सरकार का सिनेमा देखकर दिमाग खराब हो गया है।”
यह भी पढ़ें : ‘मेरी नाक शुरू तो आपका लोकतंत्र खत्म’, राज्यसभा में CISF की तैनाती पर तीखी बहस, जेपी नड्डा ने दिया ये जवाब
मल्लिकार्जुन खड़गे ने क्या कहा?
राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि सदन में CISF के जवानों की तैनाती से हम हैरान हैं। उन्हें वेल में बुलाया जा रहा है, जबकि सदस्य अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग कर रहे थे। हमने इसे कल भी देखा और आज भी देखा। हमारी संसद का स्तर इतना गिर गया है। यह बेहद आपत्तिजनक है और हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि भविष्य में CISF के जवान सदन के वेल में तब नहीं आएंगे जब सदस्य जनहित के महत्वपूर्ण मुद्दे उठा रहे हों।
Read More at hindi.news24online.com