
Stock Market: बाजार पहले से ही कंपनियों के नतीजों से निराश था। FII की सेलिंग लगातार जारी रही। इस बीच ट्रंप के टैरिफ के ऐलान ने रही सही कसर भी पूरी कर दी। और हफ्ता खत्म होते बाजार ने बड़ा गोता लगा दिया। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर ट्रंप का खौफ बाजार में कब तक रहेगा और इस खौफ के साये में सबसे ज्यादा कौन से सेक्टर रहने वाले हैं। लेकिन बाजार में गिरावट का एक और पहलू है। ट्रंप टैरिफ के ऐलान से पहले ही FII लगातार भारतीय बाजार से निकल रहे हैं। ये क्या संकेत दे रहे हैं। और ऐसे में आप शेयर बाजार के निवेशक क्या करें। कहां फोकस करें और कितना फोकस करें। आइए जानते है क्या कहते है बाजार जानकार।
मार्केट एक्सपर्ट सुदीप बंद्दोपाध्याय ने कहा कि बाजार में काफी जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखने को मिला है और यह उतार-चढ़ाव तब तक रहेगा जब तक यूएस के प्रेसिडेंट ट्रंप है। वहीं एफआईआई की लगातार बिकवाली भी बाजार के उतार-चढ़ाव को और सहारा दे रही है। वहीं बाजार के फंडामेटल्स में भी डिमांड को अर्बन और रूरल इंडिया में आई दिक्कत इकोनॉमी पर भी दबाव डाल रही है। अगर ट्रंप का टैरिफ वार ऐसे ही जारी रहा और भारत डील को लेकर अच्छा नेगोशिएट नहीं कर पाता है तो जीडीपी में इसका असर दिखेगा और बाजार को लेकर और चुनौतियां बनेगी। ऐसे में बाजार में थोड़ा सर्तक रहने की जरुरत है। हालांकि उन्होंने आगे कहा कि बाजार थर्ड क्वार्टर से ऊपर जाना शुरु करेगा।
उन्होंने आगे कहा कि फेस्टिव डिमांड थर्ड क्वार्टर से शुरु होगा। मॉनसून के अच्छे अनुमान के चलते रुरल डिमांड में सुधार आने की संभावना है ।
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स के सीनियर वीपी गौरांग शाह ने कहा कि ट्रंप के टैरिफ वार और उनके बयान आगे भी चलते रहेंगे। बाजार बार-बार एक ही बात पर प्रतिक्रिया नही देगा उसका कहीं ना कहीं अंत होना निश्चित है। हालांकि यह कब होगा वह आनेवाले दिनों पर निर्भर होगा। मेरा मानना है कि गिरते बाजार में चुनिंदा शेयरों में खरीदारी निवेशकों को लंबे समय में बेहतर मुनाफा देगी।
कहां करें निवेश
सुदीप बंद्दोपाध्याय ने कहा कि ट्रंप टैरिफ से बचने के लिए घरेलू सेक्टर पर फोकस करें। सीमेंट सेक्टर में तगड़ा डिमांड देखने को मिल रहा है। घरेलू हेल्थकेयर में हॉस्पिटल शेयरों में निवेश किया जा सकता है। इस सेक्टर में ग्लोबल कैपिटल काफी अच्छा आ रहा है। इसमें काफी अच्छी ऑर्पुचिनिटी बनती नजर आ रही है। वैल्यूएशन भले सस्ते नहीं है लेकिन इन सेक्टर में ध्यान दिया जा सकता है। वहीं एफएमसीजी सेक्टर, इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में भी निवेश किया जा सकता है।
सुदीप बंद्दोपाध्याय ने कहा कि टेक्सटाइल, लेदर गुड्स सेक्टर से थोड़ा सर्तक रहने की सलाह होगी।
गौरांग शाह ने कहा कि अनिश्चितता भरे माहौल मे अगर निवेशक लंबी अवधि के नजरिए निवेश करना चाहते है तो वो कंज्यूमर डिस्क्रिशनरी, एफएमसीजी में निवेश कर सकते है ।
(डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सार्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।
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