‘जो हमें छेड़ेगा, हम उसे छोड़ेंगे नहीं’, कारगिल विजय दिवस कार्यक्रम में बोले जेपी नड्डा

कारगिल दिवस के मौके पर भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा है कि कारगिल में शामिल जवानों को नमन करते हैं और उन्हें याद करते हैं। भारत के कई सेक्टरों में पाकिस्तानी सेना कब्जा करने की कोशिश कर रही थी, तब तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने आदेश दिया था कि हमारी सेनाएं इन जगहों को फिर वापस लें और वहां तिरंगा झंडा फहराया जाए।

कारगिल विजय दिवस पर क्या बोले जेपी नड्डा?

जेपी नड्डा ने कहा कि यह बहुत ही कठिन लड़ाई थी। ऊंचाइयों पर पाकिस्तानी फौज बैठी हुई थी और भारतीय सेना नीचे थी। इससे पाकिस्तानी फौज को फायदा मिल रहा था। इस माहौल में इस ऑपरेशन की शुरुआत हुई थी। 81 दिन की लड़ाई के बाद हमें विजय मिली थी।

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उन्होंने कहा कि जब हम सुरक्षा की बात करते हैं तो नीति निर्धारकों की कितनी महत्वपूर्ण भूमिका होती है, इसकी भी जानकारी होनी चाहिए। बहुत से नागरिक हैं, जिन्हें जानकारी नहीं है कि जब बॉर्डर पर पुंछ में सिपाही खड़ा रहता था, ऐसे में जब पाकिस्तान गोलीबारी करता था तो सिपाही नगरोटा को सूचना देता था और नगरोटा, चंडीमंदिर को सूचित करता था और चंडीमंदिर दिल्ली को सूचित करता था। तब कहा जाता था कि रुके रहो, जब कहा जाएगा तब जवाब देना। इस तरह के नीति निर्धारकों को हमने देखा है।

‘गोलियां तब तक बरसानी हैं, जब तक…’

जेपी नड्डा ने कहा कि जबसे मोदी जी ने प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला है, तब से यह तय हो गया है कि अगर उधर से गोली चलेगी तो इधर से गोला चलेगा। गोलियां तब तक बरसानी हैं, जब तक गोली चलनी बंद न हो जाए। यह हमारा न्यू नॉर्मल भारत है। हम सब जानते हैं कि उरी की घटना के बाद प्रधानमंत्री जी ने वक्तव्य दिया कि “पाकिस्तान, तुमने बहुत बड़ी गलती कर दी है, इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।” ऐसा बयान किसी पीएम ने पहले नहीं दिया था।

उन्होंने कहा कि 26/11 की तरह हम डोज़ियर लेकर नहीं गए थे। चाय पीकर डोज़ियर सौंपने का समय चला गया। हम सभी को पता है कि इसके बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई की और पाकिस्तान के लॉन्चिंग पैड ध्वस्त कर दिए। ऐसा ही पुलवामा के बाद हुआ था। पहलगाम के बाद प्रधानमंत्री ने कहा था कि इस घटना के बाद पाकिस्तान को खामियाजा भुगतना पड़ेगा और उसे कल्पना से परे जवाब मिलेगा। याद होगा कि पीएम ने कहा था, “हम घर में घुसकर मारेंगे।”

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उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने साफ कर दिया है कि जो हमें छेड़ेगा, हम उसे छोड़ेंगे नहीं। यह भी कह दिया था कि एटम बम की धमकियां देना बंद करो। और सबसे बड़ी बात यह कि ऑपरेशन सिंदूर अभी समाप्त नहीं हुआ है। इसलिए नीति निर्धारकों के सही चयन से देश कैसे बदलता है, यह लोगों को ध्यान में रखना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि 10 साल में 8,000 किमी रोड बॉर्डर क्षेत्रों में बनकर तैयार हो गई है। 400 से ज्यादा डबल लेन ब्रिज बनकर तैयार हो गए हैं।

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