सांसद इकरा हसन को लेकर करणी सेना नेता की टिप्पणी पर भड़के पूर्व सांसद एसटी हसन, सरकार से की ये मांग

सपा सांसद इकरा हसन पर करणी सेना के नेता द्वारा अभद्र और आपत्तिजनक टिप्पणी किये पर पूर्व सांसद और सपा नेता डॉ एसटी हसन की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है.

सपा नेता एसटी हसन ने कहा कि एक मुस्लिम महिला सांसद पर टिप्पणी करने वालों से कहना चाहता हूँ कि वह असदुद्दीन ओवैसी और अकबरुद्दीन ओवैसी साहब को वो अपना जीजा क्यों नहीं पुकारते?

उन्होंने सवाल किया कि, “सरकार अभी तक क्यों खामोश है क्या ये पूरी संसद और महिलाओं का अपमान नहीं है? हमें उम्मीद थी कि पुलिस उस पर मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजेगी लेकिन क्या उसके ठाकुर होने और करणी सेना का होने से उसे यह अधिकार मिल गया कि वह मुसलमानों, दलितों और पिछड़ों को टॉर्चर कर, उनका मानसिक उत्पीड़ण करे?”

हम लोगों ने प्यार, मोहब्बत का माहौल बनाया- एसटी हसन
पूर्व सासंद ने कहा कि, “हम लोगों ने प्यार मोहब्बत का माहौल बनाया है, हम आज भी कांवड़ यात्रा पर फूल बरसा रहे हैं. इनसे (मुस्लिमों से) फल मत खरीदो, इनसे खाना मत खाओ.

उन्होंने सवाल उठाया कि, क्या कोई अनुशासन है, कहीं कोई सरकार है या नहीं? क्या कहीं कोई इंसाफ है? सपा नेता ने कहा कि मुझे मुख्यमंत्री से उम्मीद है कि वह ऐसे लोगो के खिलाफ कार्रवाई करेंगे. ये अलग बात है कि वह हिंदुत्व का एजेंडा चलाते हैं लेकिन मुझे उम्मीद है वह किसी के साथ ना इंसाफ नहीं होने देंगे.

तथाकथित धर्मगुरुओं पर होनी चाहिये कार्रवाई- एसटी हसन
चादर बेचने वाले एक मुस्लिम बुजुर्ग को जगतगुरु परमहंस महाराज के द्वारा आतंकवादी बताने और उसका आधार कार्ड चैक करने के सवाल पर पूर्व सांसद ने कहा कि देश मे न जाने कितने जगतगुरु और महाराज पैदा हो गए हैं जिनके कारनामे हिन्दू धर्म के बिल्कुल खिलाफ हैं. एक गरीब आदमी का आधार कार्ड चैक करना और उसकी बेइज्जती सरेआम करना बहुत निंदनीय है. ऐसे तथाकथित धर्मगुरुओं पर कार्रवाई होनी चाहिए. इनका आपराधिक इतिहास चैक करना चाहिए.

सपा नेता ने कहा कि प्रशासन भी डरा हुआ है और उन्हें लगता है कि अगर उन्होंने किसी जगतगुरु या महाराज को कानून के हवाले किया तो सरकार उन पर कार्रवाई कर देगी, इसलिए वह भी खामोश हैं. 

सपा पार्लियामेंट में उठाएगी इकरा हसन का मुद्दा
उन्होंने कहा कि सपा कल संसद में इकरा हसन के मुद्दे को उठाएगी और पार्लियामेंट से इस मुद्दे पर जवाब तलब होगा. इकरा हसन को पार्लियामेंट के प्रोटोकॉल में इसकी शिकायत करनी चाहिए, पार्लियामेंट खुद इस पर कार्रवाई करेगी और वहां के अधिकारियों को तालाब करेगी.

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