सावन में प्रदोष व्रत कब-कब ? इस दिन कौन से 5 काम करने से आर्थिक सुख मिलता है जानें

इस साल सावन में भौम प्रदोष और बुध प्रदोष व्रत का संयोग बन रहा है. भौम प्रदोष व्रत के दिन शिव पूजा करने से मांगलिक दोष से राहत मिलती है साथ ही जिन लोगों को करियर में बाधा आ रही है, तरक्की रुक गई है वह बुध प्रदोष व्रत करें.

इस साल सावन में भौम प्रदोष और बुध प्रदोष व्रत का संयोग बन रहा है. भौम प्रदोष व्रत के दिन शिव पूजा करने से मांगलिक दोष से राहत मिलती है साथ ही जिन लोगों को करियर में बाधा आ रही है, तरक्की रुक गई है वह बुध प्रदोष व्रत करें.

सावन का पहला भौम प्रदोष व्रत 22 जुलाई 2025 को है. इस दिन त्रयोदशी तिथि सुबह 7.05 से शुरू होकर अगले दिन 23 जुलाई को सुबह 4.39 तक रहेगी. शिव पूजन के लिए प्रदोष काल मुहूर्त रात 7.18 से रात 9.22 तक रहेगा.

सावन का पहला भौम प्रदोष व्रत 22 जुलाई 2025 को है. इस दिन त्रयोदशी तिथि सुबह 7.05 से शुरू होकर अगले दिन 23 जुलाई को सुबह 4.39 तक रहेगी. शिव पूजन के लिए प्रदोष काल मुहूर्त रात 7.18 से रात 9.22 तक रहेगा.

सावन का दूसरा बुध प्रदोष व्रत 6 अगस्त 2025 को है. त्रयोदशी तिथि की शुरआत दोपहर 2.08 पर होगी और 7 अगस्त को दोपहर 2.27 तक रहेगी. प्रदोष काल पूजा के लिए स दिन रात 7.08 से रात 9.16 तक शुभ मुहूर्त है.

सावन का दूसरा बुध प्रदोष व्रत 6 अगस्त 2025 को है. त्रयोदशी तिथि की शुरआत दोपहर 2.08 पर होगी और 7 अगस्त को दोपहर 2.27 तक रहेगी. प्रदोष काल पूजा के लिए स दिन रात 7.08 से रात 9.16 तक शुभ मुहूर्त है.

आर्थिक सुख की प्राप्ति के लिए इस दिन शिव जी का गंगाजल से अभिषेक करें, जरुरतमंदों को चावल, दूध का दान करें, शाम के समय शिवालय में घी का दीपक जलाएं, बेलपत्र शिवलिंग पर चढ़ाने के बाद उसे तिजोरी में रखें और शिव चालीसा का पाठ करना शुभ माना जाता है.

आर्थिक सुख की प्राप्ति के लिए इस दिन शिव जी का गंगाजल से अभिषेक करें, जरुरतमंदों को चावल, दूध का दान करें, शाम के समय शिवालय में घी का दीपक जलाएं, बेलपत्र शिवलिंग पर चढ़ाने के बाद उसे तिजोरी में रखें और शिव चालीसा का पाठ करना शुभ माना जाता है.

सावन के भौम प्रदोष व्रत के दिन 108 बार

सावन के भौम प्रदोष व्रत के दिन 108 बार “ॐ भूमि पुत्राय नमः” मंत्र का जाप करना चाहिए. इससे संतान से जुड़ी समस्या समाप्त होती है.

वहीं सावन के बुध प्रदोष व्रत में किसी कन्या को पढ़ाने का जिम्मा लें या फिर उसे शिक्षा संबंधी चीजें दान दें. इससे ज्ञान और शिक्षा को बढ़ाने में मदद मिलती है.

वहीं सावन के बुध प्रदोष व्रत में किसी कन्या को पढ़ाने का जिम्मा लें या फिर उसे शिक्षा संबंधी चीजें दान दें. इससे ज्ञान और शिक्षा को बढ़ाने में मदद मिलती है.

Published at : 20 Jul 2025 06:30 AM (IST)

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