MP Manoj Jha: ‘रैपर बदलकर मत बेचिए योजना’, बोले मनोज झा- ‘खाली पोटली’ जैसा प्रधानमंत्री का दौरा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मोतिहारी दौरे को लेकर राष्ट्रीय जनता दल ने बड़ा हमला बोला है. आरजेडी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद प्रोफेसर मनोज कुमार झा ने शुक्रवार को पटना स्थित कर्पूरी सभागार में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री के दौरे को “भावविहीन, दर्शनविहीन और भ्रम की स्थिति पैदा करने वाला” करार दिया.

 

‘बिहार के लिए कोई ठोस समाधान नहीं’

 

उन्होंने कहा कि यह दौरा ‘खाली पोटली’ जैसा था, जिसमें न तो बिहार के लिए कोई ठोस समाधान था और न ही जनभावनाओं के प्रति कोई संवेदना. प्रोफेसर झा ने प्रधानमंत्री के जरिए 7200 करोड़ की योजनाओं को ‘सौगात’ बताने पर सख्त ऐतराज जताया और कहा, “यह लोकतंत्र का उपहास है.

 

सांसद ने कहा कि ये योजनाएं बिहार की जनता के टैक्स के पैसे से बनती हैं, ना कि किसी व्यक्तिगत खजाने से. प्रधानमंत्री को ऐसी शब्दावली से बचना चाहिए जो जनता की समझदारी का अपमान करती हो. पटना को पुणे बनाने की बात करने वाले ये बताएं कि क्या उन्होंने कभी पारस अस्पताल जैसी भयावह तस्वीरें देखी हैं?

 

उन्होंने कहा कि “आज बिहार में अपराधी बेखौफ हैं और जनता भय के साए में जीवन जी रही है. जब पत्रकार सवाल पूछते हैं, तो बड़े पुलिस अफसर मौसम की व्याख्या करने लगते हैं. क्या यही शासन है?” उन्होंने यह भी कहा कि अगर सरकार में जरा भी संवेदना होती तो उन परिवारों के सामने जाकर बताते, जिनके प्रियजनों की हत्या हुई है.

 

 मनोज कुमार झा ने कहा कि आज जो लोग जंगलराज की बात करते हैं, वे खुद ‘महाजंगलराज’ की स्थिति में बिहार को धकेल चुके हैं. बिहार अब दिल्ली दरबार से नहीं चलेगा. प्रो. झा ने प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि बिहार की सरकार आज भी दिल्ली दरबार से चल रही है और जिनके कंधों पर इसकी जिम्मेदारी है, वे खुद अपने घर को संभाल नहीं पा रहे हैं. उन्हें पहले अपने दल के नेताओं से जानना चाहिए था कि बिहार में जनता किस हाल में जी रही है.  

 

 मोतिहारी की अधूरी चीनी मिल और 11 साल पुराना वादे की मनोज झा ने याद दिलाई और कहा कि 11 वर्ष पूर्व पीएम मोदी ने मोतिहारी में वादा किया था कि वहां की बंद चीनी मिल को चालू कर वहीं की चाय पीएंगे, लेकिन आज तक वह मिल बंद पड़ी है और लोग अब भी इंतजार कर रहे हैं. प्रधानमंत्री बार-बार नीला पट्टा पहनते हैं, लेकिन बाबा साहेब अंबेडकर का मजाक उड़ाने वाले उन्हीं की पार्टी में हैं. जातीय जनगणना को लेकर खुद उन्होंने उपहास किया, जो दुखद है.

 

तेजस्वी यादव की नीतियों पर क्या कहा?

 

मनोज झा ने पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की नीतियों को ‘मील का पत्थर’ बताते हुए कहा कि पिछले 17 महीनों में 5.5 लाख सरकारी नौकरियां दी गईं और 3.5 लाख प्रक्रियाधीन थीं. उन्होंने दावा किया कि डबल इंजन सरकार तेजस्वी के खींचे विकास के रास्ते पर मजबूरन चल रही है. प्रधानमंत्री जी गुजरात में उद्योग लगाते हैं और मजदूर बिहार से ले जाते हैं.

 

अब यह परंपरा नहीं चलेगी. आने वाले समय में बिहार में निवेश होगा और हम गुजरात से मजदूर लाने की स्थिति में होंगे. उन्होंने कहा, “मोदी जी गांव-देहात में वेश बदलकर निकल जाएं, लोग खुद बता देंगे कि तेजस्वी और आरजेडी ने रोजगार और विकास दिया है. चलती योजनाओं का रैपर बदलकर जो आप बेईमानी का इरादा लेकर बिहार आते हैं, लोग अब सब समझ चुके हैं.

 

Read More at www.abplive.com