कयामत के 10 संकेत: इस्लाम में प्रलय से पहले दिखेंगे ये 10 बड़े निशान! क्या आप जानते हैं?

10 signs of doomsday in islam: इस्लाम धर्म में कयामत यानी प्रलय को एक निश्चित और अटल सच्चाई माना गया है. कयामत वह दिन, जब पूरी दुनिया खत्म हो जाएगी और हर इंसान को अपने कर्मों के अनुसार ऊपरवाले को हिसाब देना होगा. 

कुरान और हदीस के अनुसार कयामत आने से पूर्व कुछ ऐसी घटनाएं होंगी, जिन्हें “अशरात-उस-सा’आ” यानी कयामत की बड़ी निशानियां कहा जाता है. हुजूर ईश्वर फरमाया है कि कयामत आने से पहले ये 10 निशानियां दिखाई देंगी.

कयामत से पहले की 10 बड़ी निशानियां-

दज्जाल का प्रकट होना- कयामत से पहले लोगों को गुमराह करने वाला एक झूठा मसीहा प्रकट होगा, जो खुद को भगवान बताएगा. ये लोगों को अजीबों-गरीब चमत्कार भी दिखाएगा, बहुत से लोग उसे खुदा मानकर उसकी पूजा भी करने लगेंगे. हजरत ईसा इसका अंत करेंगे. 

धुआं- कियामत से पहले एक ऐसा धुआं निकलेगा, जो रोशनी को ढक लेगा. हर ओर अंधेरा ही अंधेरा होगा.

दब्बा- कयामत से पहले धरती पर एक जानवर आएगा जिसके एक हाथ में हजरत मूसा की लाठी होगी और दूसरे हाथ में हजरत सुलेमान की अंगूठी होगी. 

सूरज का पश्चिम से निकलना- कयामत से पहले की निशानियों में सूरज का पश्चिम से निकलना भी शामिल है. इसके साथ ही सूरज पश्चिम से उदय होकर पूर्व में डूबेगा.

हजरत ईसा- हजरत ईसा (अलैहिस्सलाम) का पुनः आगमन- यानी वो फिर से धरती पर लौटेंगे. सारे काफिर उनके साथ इस्लाम धर्म को अपनाएंगे. फिर हजरत ईसा इतंकाल के बाद हुजूर के बगल में दफन होंगे. 

याजूज माजूज- दज्जाल की मौत के बाद 2 जंगली और ताकतवर कौमें होंगी जो दुनिया पर भारी तबाही मचाएंगी. ये हर चीज को खा जाएगी. 

दुनिया के मशरिक (पूर्व) में जमीन धसाव- दुनिया के तीन हिस्सों में जमीन धंस जाएगी. एक पूर्व में, एक पश्चिम में, ये जमीन को निगल लेंगे.

अरब में जमीन डूब जाएगी, जिसमें कई जिंदा लोग समा जाएंगे. 

एक आग का निकलना जो लोगों को इकठ्ठा करेगी. ये आग यमन और अदन से निकलेगी और लोगो को महशर तक ले जाएगी.

कयामत की 10वीं निशानी एक खुशबूदार हवा चलेगी. ये हवा मोमिनों की आत्मा को शांति और प्यार से ले जाएगी. इस हवा के बाद केवल बुरे लोगों की आत्मा रह जाएगी. 

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

Read More at www.abplive.com