लॉर्ड्स टेस्ट इस खिलाड़ी के लिए साबित होगा आखिरी, अब टीम इंडिया के लिए कभी नहीं मिलेगा मौका

Lord’s Test: भारतीय टीम को लॉर्ड्स टेस्ट (Lord’s Test) की दूसरी पारी में खराब बल्लेबाजी का खामियाजा एक आसान जीत गंवाकर चुकाना पड़ा। भारत को जीत के लिए इंग्लैंड ने लॉर्ड्स टेस्ट में 193 रन का लक्ष्य दिया था।लेकिन भारतीय पारी सिर्फ 170 रन पर ढेर हो गई।

इस मैच में भारत की ओर से जहां जडेजा ने नाबाद 61 रन की बेमिसाल पारी खेली तो केएल राहुल के बल्ले से जुझारू 39 रन देखने को मिले, लेकिन इसके अलावा अन्य कोई बल्लेबाज 15 रन का आंकड़ा भी पार नहीं कर सका।

शुभमन गिल, करुण नायर, यशस्वी जायसवाल, नीतीश कुमार रेड्डी, वाशिंगटन सुंदर, ऋषभ पंत जैसे धुरंधर बल्लेबाजों के होने के बावजूद भारतीय पारी 193 रन का पीछा करने से चूक गई। अब वहीं, लॉर्ड्स टेस्ट (Lord’s Test) के बाद एक भारतीय खिलाड़ी के करियर का यह आखिरी टेस्ट हो सकता है। अब इसके बाद टीम इंडिया में उन्हें दोबारा मौका मिलना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन लग रहा है।

Lord’s Test के बाद वापसी के दरवाजे बंद!

हम जिस बल्लेबाज की बात कर रहे हैं वह कोई और नहीं बल्कि घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगाने वाले करुण नायर हैं, जिन्हें टीम इंडिया में 8 साल बाद वापसी का मौका मिला है। करुण ने रणजी ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी में कुल 9 शतक ठोके थे और उनका औसत भी कमाल का रहा था, जिसके बाद बीसीसीआई भी उन्हें मौका देने पर मजबूर हो गई।

लेकिन जैसे ही करुण को टीम इंडिया में 8 साल बाद वापसी का मौका मिला तो एक बार फिर उनके बल्ले से खामोशी धारण कर ली। लॉर्ड्स टेस्ट (Lord’s Test) में भी करुण का बल्ला शांत रहा और उन्होंने पहली पारी में जहां 40 रन बनाए तो दूसरी पारी में वह सिर्फ 14 रन ही बना सके और एक खराब गेंद पर अपना विकेट फेंककर चलते बने। करुण के फॉर्म और प्रदर्शन को देखकर यह उनके करियर की आखिरी टेस्ट सीरीज साबित हो सकती है।

इंग्लैंड के खिलाफ ठोका था तिहरा शतक

33 वर्षींय मध्यक्रम बल्लेबाज करुण नायर ने साल 2017 में इसी इंग्लैंड टीम के खिलाफ एक पारी में तिहरा शतक ठोक इतिहास रच दिया था। वह भारत के लिए तिहरा शतक लगाने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय बल्लेबाज हैं, लेकिन इस तिहरे शतक के बाद उन्हें 8 साल तक टीम इंडिया से बाहर रहना पड़ा था, जिसका मुख्य कारण उनकी खराब बल्लेबाजी रही।

हालांकि, 2024-25 में घरेलू प्रतियोगिताओं में करुण का प्रदर्शन बेमिसाल था, लेकिन जैसे ही टीम इंडिया में उन्हें खेलने का मौका मिला, उनके फॉर्म ने भी उनका साथ छोड़ दिया। हालांकि, कयास लगाए जा रहे हैं करुण नायर के लिए लॉर्ड्स (Lord’s Test) का टेस्ट उनके करियर का आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच साबित हो सकता है, क्योंकि इसके बाद मुख्य कोच दूसरे खिलाड़ी को प्लेइंग इलेवन में मौका दे सकते हैं।

ऐसा रहा है इंग्लैंड में प्रदर्शन

करुण नायर ने पांच टेस्ट मैच की श्रृंखला में अभी तक कुल 3 टेस्ट खेले हैं, जिसकी छह पारियों में उन्होंने 21.83 की मामूली औसत के साथ 131 रन बनाए हैं, जिसमें उनका सर्वोच्च स्कोर 40 रन था, जो लॉर्ड्स टेस्ट (Lord’s Test) की पहली पारी के दौरान आया था। इसके अलावा करुण इस श्रृंखला में बल्ले से अधिक प्रभाव नहीं छोड़ सके हैं।

वहीं, करुण भारत के लिए कुल 9 टेस्ट खेल चुके हैं, जिसमें उन्होंने 42.08 की औसत से सिर्फ 505 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक शामिल है। अगर करुण नायर की तिहरे शतक वाली पारी को इसमें हटा दिया जाए तो फिर उन्होंने अन्य 12 पारियों में भारत के लिए सिर्फ 202 रन बनाए हैं। ऐसे में अब देखना दिलचस्प होगा कि मुख्य कोच और कप्तान एक बार फिर करुण पर भरोसा जताते हैं या फिर मैनचेस्टर टेस्ट से उन्हें बाहर करके नए खिलाड़ी को मौका देते हैं।

करुण नायर का प्रदर्शन बल्लेबाजी में:

प्रारूप मैच पारियां नाबाद रन उच्चतम स्कोर औसत गेंदें खेली स्ट्राइक रेट शतक अर्धशतक
टेस्ट 9 13 1 505 303* 42.08 755 66.88 1 0
वनडे 2 2 0 46 39 23 88 52.27 0 0

मैनचेस्टर टेस्ट में डेब्यू करने का टूटा इन 3 खिलाड़ियों का सपना, ऋषभ पंत को भी गौतम गंभीर ने किया बाहर

Read More at hindi.cricketaddictor.com