शरीर दे रहा है प्रोटीन की कमी के संकेत, जानिए लक्षण

लगातार थकान और कमजोरी: दिन भर सुस्ती, भारीपन और बिना काम किए भी थकावट महसूस होना प्रोटीन की कमी का पहला संकेत हो सकता है. मसल्स को एनर्जी मिलना बंद हो जाती है, जिससे कमजोरी महसूस होती है.

लगातार थकान और कमजोरी: दिन भर सुस्ती, भारीपन और बिना काम किए भी थकावट महसूस होना प्रोटीन की कमी का पहला संकेत हो सकता है. मसल्स को एनर्जी मिलना बंद हो जाती है, जिससे कमजोरी महसूस होती है.

बालों का गिरना और पतला होना: अगर आपके बाल अचानक झड़ने लगे हैं या बहुत ज्यादा पतले हो रहे हैं, तो ये शरीर में प्रोटीन की कमी का संकेत हो सकता है. बालों को मजबूत और हेल्दी बनाए रखने के लिए प्रोटीन जरूरी है.

बालों का गिरना और पतला होना: अगर आपके बाल अचानक झड़ने लगे हैं या बहुत ज्यादा पतले हो रहे हैं, तो ये शरीर में प्रोटीन की कमी का संकेत हो सकता है. बालों को मजबूत और हेल्दी बनाए रखने के लिए प्रोटीन जरूरी है.

त्वचा का रूखा और बेजान होना: स्किन पर नमी की कमी, पपड़ीदार त्वचा या समय से पहले झुर्रियां, ये सब संकेत हो सकते हैं कि, आपकी स्किन को पर्याप्त प्रोटीन नहीं मिल रहा.

त्वचा का रूखा और बेजान होना: स्किन पर नमी की कमी, पपड़ीदार त्वचा या समय से पहले झुर्रियां, ये सब संकेत हो सकते हैं कि, आपकी स्किन को पर्याप्त प्रोटीन नहीं मिल रहा.

मसल्स मास का कम होना: अगर बिना किसी कोशिश के आपके मसल्स घट रहे हैं, तो ये भी एक संकेत है. शरीर जब पर्याप्त प्रोटीन नहीं पाता, तो मसल्स को तोड़कर एनर्जी बनाने लगता है.

मसल्स मास का कम होना: अगर बिना किसी कोशिश के आपके मसल्स घट रहे हैं, तो ये भी एक संकेत है. शरीर जब पर्याप्त प्रोटीन नहीं पाता, तो मसल्स को तोड़कर एनर्जी बनाने लगता है.

बार-बार बीमार पड़ना: इम्यून सिस्टम को मजबूत रखने के लिए प्रोटीन ज़रूरी होता है. अगर आप बार-बार इंफेक्शन, सर्दी-जुकाम या बुखार के शिकार हो रहे हैं, तो वजह प्रोटीन की कमी हो सकती है.

बार-बार बीमार पड़ना: इम्यून सिस्टम को मजबूत रखने के लिए प्रोटीन ज़रूरी होता है. अगर आप बार-बार इंफेक्शन, सर्दी-जुकाम या बुखार के शिकार हो रहे हैं, तो वजह प्रोटीन की कमी हो सकती है.

मूड स्विंग्स और चिड़चिड़ापन: प्रोटीन दिमाग को स्थिर रखने वाले न्यूरोट्रांसमीटर बनाने में मदद करता है. इसकी कमी से मूड बार-बार बदल सकता है, चिड़चिड़ापन और डिप्रेशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

मूड स्विंग्स और चिड़चिड़ापन: प्रोटीन दिमाग को स्थिर रखने वाले न्यूरोट्रांसमीटर बनाने में मदद करता है. इसकी कमी से मूड बार-बार बदल सकता है, चिड़चिड़ापन और डिप्रेशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

Published at : 15 Jul 2025 04:56 PM (IST)

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