Editor’s Take: कच्चा तेल भी मजबूती के साथ 70 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर बना रहा. वहीं, विदेशी निवेशकों (FIIs) ने शुक्रवार को कैश सेगमेंट में ₹5104 करोड़ और इंडेक्स तथा स्टॉक फ्यूचर्स मिलाकर कुल ₹10300 करोड़ के शेयर बेचे. इसके विपरीत घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने लगातार पांचवें दिन ₹3550 करोड़ की खरीदारी की. ऐसे में सवाल ये खड़ा हो रहा है कि ये बिकवाली कब तक बंद होगी और इसका भारतीय बाजार पर क्या असर दिखेगा. अनिल सिंघवी ने इसको लेकर बयान जारी किया है.
आज के बड़े सवाल
1. ग्लोबल संकेत आज कितने खराब?
2. FIIs की बिकवाली कितनी भारी?
3. कमजोर नतीजों ने बना दिया बाजार का टॉप?
4. क्या 25000 तोड़ेगा निफ्टी?
5. बाजार का मूड कब और कैसे बदलेगा?
6. मिड-स्मॉलकैप शेयरों में मुनाफा है तो बुक करें?
टैरिफ पर क्या हुआ अमेरिका में?
– US-भारत में 20% से कम टैरिफ पर डील संभव: ब्लूमबर्ग
– अमेरिका के साथ डील को लेकर भारत की बातचीत जारी
– भारत को US दूसरे देशों के मुकाबले ज्यादा समय दे रहा
– ट्रंप ने EU और मेक्सिको पर 30% टैरिफ लगाने का किया ऐलान
ग्लोबल संकेत आज कितने खराब?
– टैरिफ वॉर बढ़ने के डर से शुक्रवार को डाओ में रही गिरावट
– डाओ और नैस्डैक फ्यूचर्स आज फिर से कमजोर
– 9 जुली के डेडलाइन और उसके बाद ट्रंप ट्रेड डील पर कुछ भी बड़ा और अच्छा करने में नाकाम
– ऐसे में मामला खराब होता दिख रहा है
– अब तो भारत पर 20% की डील भी अच्छी मानी जा रही है
– कच्चे तेल की मजबूती भी निगेटिव
FIIs की बिकवाली कितनी भारी?
– जैसा डर था शुक्रवार को FIIs ने जमकर बेचा
– 24 जून के बाद की सबसे बड़ी बिकवाली
– कैश, स्टॉक, इंडेक्स फ्यूचर्स मिलाकर `10,300 Cr की बड़ी बिकवाली
– इसलिए स्क्रीन थी कमजोर, Day low पर बंद हुए बाजार
– ट्रेड डील की चिंता और कमजोर नतीजों ने बनाया दबाव
– फिलहाल FIIs का मूड जल्दी बदलने के आसार नहीं, 2-3 दमदार नतीजे चाहिए
क्या 25000 तोड़ेगा निफ्टी?
– कमजोर नतीजे, ट्रेड डील में देरी और FIIs की बिकवाली से 25670 को पार करना अब मुश्किल
– 24600-24800 की रेंज में है अगला बड़ा सपोर्ट
– बैंक निफ्टी के लिए 55500 के पास मजबूत सपोर्ट
मिड-स्मॉलकैप में मुनाफा है तो बुक करें?
– तेज दौड़ लगाने वाले महंगे PE वाले शेयरों में करें मुनाफावसूली
– जहां थोड़े भी नतीजे खराब आने का हो डर वहां से निकल जाएं
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