राजस्थान की राजधानी जयपुर में बीते तीन हफ्तों से लगातार हो रही बारिश ने शहर को जहां गर्मी से राहत दी है, वहीं लोगों के लिए कई परेशानियां भी खड़ी कर दी हैं. शहर की सड़कों पर जगह-जगह पानी भर गया है और कई इलाकों में सड़कें धंसने से बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं. इन गड्ढों की वजह से आए दिन हादसे हो रहे हैं और लोग घायल हो रहे हैं.
अल्बर्ट हॉल चौराहे के पास सड़क की बुरी हालत
जयपुर के सबसे खास चौराहों में गिने जाने वाले अल्बर्ट हॉल चौराहे के पास स्थित रवींद्र मंच के बाहर की सड़क पर हालात सबसे ज्यादा खराब हैं. यहां बारिश का पानी डेढ़ से दो फीट तक भर जाता है और इसी पानी के नीचे गहरे गड्ढे छिपे हैं. कई बार दोपहिया वाहन पलट जाते हैं और लोग गिरकर चोटिल हो रहे हैं. कई जगहों पर तो चार पहिया गाड़ियां भी फंस जाती हैं और टायर डैमेज हो रहे हैं.
यहां पर एक साइड में इतने गहरे गड्ढे हैं कि प्रशासन ने रास्ते को एक तरफ से बंद कर दिया है. दूसरी ओर की सड़क पर भी वाहन बड़ी मुश्किल से निकल पा रहे हैं. इस इलाके से रोज गुजरने वाले लोग अब फुटपाथ पर गाड़ी चलाने को मजबूर हैं क्योंकि उन्हें सड़क पर चलने से डर लगने लगा है.
मानसरोवर की नई सड़क भी बह गई
जयपुर का पॉश इलाका माना जाने वाला मानसरोवर भी इस बारिश से नहीं बच पाया है. डेढ़ महीने पहले ही बनी नई सड़क करीब 200 मीटर तक पानी में बह गई है और इसमें बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं. यहां की हालत इतनी खराब है कि गड्ढों में कारें समा जाती हैं. प्रशासन ने इन गड्ढों को भरने के बजाय सिर्फ बैरिकेड लगाकर छोड़ दिया है.
मुहाना मंडी में सड़क धंसी
21 जून को मुहाना मंडी इलाके में सड़क इतनी बुरी तरह से धंस गई थी कि कई गाड़ियां गड्ढे में समा गई थीं. उन्हें बाद में क्रेन की मदद से बाहर निकाला गया. इस घटना ने यह दिखा दिया कि जयपुर की सड़कें बारिश का थोड़ा सा भी दबाव नहीं झेल पा रहीं.
आम लोग परेशान, सरकार पर भड़के
शहर के आम लोगों का कहना है कि इस बार बारिश जरूर ज्यादा हुई है, लेकिन जयपुर की ऐसी हालत पहले कभी नहीं देखी गई. कई लोग अब सरकार और नगर निगम को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. उनका कहना है कि सड़कों की मरम्मत और जल निकासी की व्यवस्था पहले से की गई होती तो हालात इतने बुरे नहीं होते.
सरकार पर कांग्रेस का हमला
बारिश और सड़कों के खराब हाल को लेकर सियासत भी तेज हो गई है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह खाचरियावास ने राज्य सरकार पर हमला बोला है. उनका कहना है कि सरकार को आइफा अवॉर्ड और फिल्मी सितारों के कार्यक्रम कराने की चिंता है, लेकिन आम लोगों की दिक्कतों की तरफ कोई ध्यान नहीं है.
वहीं, सरकार के मंत्री जोराराम कुमावत का कहना है कि बारिश के मौसम में इस तरह की समस्याएं आम हैं. उनका यह बयान लोगों को रास नहीं आया है और सोशल मीडिया पर सरकार की खूब आलोचना हो रही है.
जयपुर को दुनिया भर में इसकी खूबसूरती और साफ-सफाई के लिए जाना जाता है. लेकिन बारिश के इस मौसम ने दिखा दिया है कि शहर की सड़कों की हालत बहुत कमजोर है. जल भराव और गड्ढों ने शहर की सुंदरता को दागदार बना दिया है.
Read More at www.abplive.com