Kanwar Yatra 2025: परिवार के साथ कांवड़ ले जाने से क्या होता है? जानें शिव कृपा पाने का रहस्य और महत्व!

Kanwar yatra with family: आज यानी 11 जुलाई से श्रावण मास की शुरुआत हो चुकी है. इस दौरान लोग कांवड़ यात्रा निकालते हैं. इस कांवड़ यात्रा में लाखों की संख्या में श्रद्धालु शिव जी को जल अर्पित करने के लिए हरिद्वार, गंगोत्री और अन्य पवित्र स्थलों से जल भरकर अपने-अपने गांव और निवास स्थल के लिए रवाना होते हैं.

आमतौर पर कांवड़ यात्रा अकेले या समूह में निकाली जाती है, लेकिन बीते कई सालों से परिवार के साथ कांवड़ यात्रा निकालने की परंपरा शुरू हो चुकी है. आज हम जानेंगे परिवार के साथ कांवड़ यात्रा निकालने की धार्मिक, आध्यात्मिक और भावनात्मक महत्व क्या है?

परिवार संग कांवड़ यात्रा का महत्व
परिवार के साथ कांवड़ यात्रा निकालने का सबसे बड़ा महत्व आपसी प्रेम और एकजुटता में वृद्धि होती है. यात्रा के दौरान आने वाली चुनौतियों का मिलकर सामना किया जाता है. इससे पारिवारिक रिश्ते मजबूत होते हैं.

सकारात्मक ऊर्जा और पवित्र वातावरण
कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़िए मिलकर भजन-कीर्तन, मंत्र और भोले नाथ का जयकारा लगाते हैं, जो माहौल को सकारात्मक और शुद्ध बना देता है. यह पूरे परिवार की मानसिक और आध्यात्मिक स्थिति पर शुभ प्रभाव डालता है.

पितृ दोष से मिलती है मुक्ति
शास्त्रों के मुताबिक परिवार समेत कांवड़ यात्रा में शामिल होकर भगवान शिव को जल अर्पित करने से कई तरह के पितृ दोष और कुल दोषों से छुटकारा मिलता है. इससे घर में सुख और शांति का आशीर्वाद प्राप्त होता है.

संतान सुख के साथ समृद्धि का आशीर्वाद
मान्यताओं के मुताबिक कांवड़ यात्रा करने वाले परिवार को भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है. इसके साथ ही संतान पक्ष और आर्थिक समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है. परिवार संग कांवड़ यात्रा निकालने से घर के बच्चों पर अच्छा प्रभाव पड़ता है. बच्चे धर्म के रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित होते हैं. 

परिवार संग कांवड़ यात्रा का रहस्य
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जब पूरा परिवार शिव के प्रति समर्पण की भावना से धार्मिक यात्रा करता है तो, वह केवल भौतिक यात्रा न होकर धार्मिक यात्रा भी बन जाती है. श्रावण मास में निकाली जाने वाली कांवड़ यात्रा कई लाभों का प्रतीक होती है, जहां हर कदम पर आत्मशुद्धि, संयम और भक्ति का भाव होता है.

परिवार के साथ कांवड़ यात्रा में शामिल होने से शिव भगवान की असीम कृपा प्राप्त होती है. ये यात्रा एक धार्मिक परंपरा होने के साथ-साथ भावनात्मक और आध्यात्मिक यात्रा भी है, जो भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का माध्यम है.

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

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